लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद से प्रदेश सीएम योगी आदित्य नाथ भारतीय मीडिया में छाये हुए हैं। फिर बात चाहे यूपी में बिना किसी कानूनी नोटिस के मीट मांस बेचने वाली दुकानों को जबरन बंद करवाने की हो या एंटी रोमियो दल द्वारा की गई कार्यवाई की। यूपी में हो रही हरकत को मीडिया पूरी फुटेज दे रहा है। ऐसे में नवनिर्वाचित सरकार के सीएम योगी की विधानसभा में पहली स्पीच पर हर किसी की नजर होना स्वभाविक सी बात है। आज योगी आदित्य नाथ ने विधानसभा में उत्तर प्रदेश के सीएम के तौर पर जब अपना पहला भाषण दिया तो कुछ लोग उम्मीद कर रहे थे कि योगी हिंदुत्व की बात करेंगे या कोई फरमान सुनाएंगे लेकिन योगी ने अपने १५ मिनट के भाषण को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की तरह ही विकास के मुद्दे के इर्दगिर्द ही लपेटे रखा लेकिन विकास किस तरह से होगा इस गहरे राज से पर्दा नहीं उठाया। योगी द्वारा दिए गए भाषण के कुछ अंश इस प्रकार हैं:
1. यूपी को हमें नंबर एक राज्य बनाना है।
2. यूपी में बीजेपी सरकार का मकसद सबका साथ, सबका विकास है।
3. भारत एक लोकतांत्रिक देश है और लोकतंत्र में किसी को भी भेदभाव महसूस नहीं होना चाहिए।
4. यूपी में चुनावी प्रचार में बीजेपी ने जो वादे किये हैं हम उनपर खरा उत्तर कर दिखाएंगे।
5. सदन को चर्चा का मंच बनाना है।
6. पक्ष और विपक्ष को यूपी की जनता के लिए साथ में मिलकर काम करना चाहिए।