विपक्ष की एकजुटता में कांग्रेस को है नीतीश का इंतजार!

पटना। कांग्रेस नोटबंदी से होनेवाली परेशानी को लेकर इसके खिलाफ होनेवाले आंदोलन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थन का इंतजार करेगी। इसके लिए कांग्रेस छह माह तक इंतजार कर सकती है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने सदाकत आश्रम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उक्त बातें कही। प्रेस कॉन्फ्रेंस में महागंठबंधन के समर्थन को लेकर पूछे गये सवाल पर वे घिर गये। बाद में उन्होंने कहा कि बिहार में महागंठबंधन में कांग्रेस, राजद व जदयू पूरी मजबूती के साथ है।

नोटबंदी से होनेवाली परेशानी को लेकर कांग्रेस के साथ राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद भी विरोध कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी नोटबंदी से लोगों को हो रही परेशानी को स्वीकार कर रहे हैं। ऐसे में वे भी इसका समर्थन करेंगे। जदयू भी 50 दिन के बाद इसकी समीक्षा करनेवाली है।
नोटबंदी का समर्थन करनेवाले अब सोचने को मजबूर है। कांग्रेस समान विचार धारा वाले दलों को एकजुट कर रही है। आंदोलन के समर्थन में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का प्रस्ताव आया है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी विरोध प्रकट कर चुके हैं। कांग्रेस हर प्रांत में लोगों के बीच जाकर जागरूक करेगी। 14 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में होनेवाले सुनवाई के दिन कांग्रेस सहित अन्य दल अपना पक्ष रखेगी। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा जारी नये नियम के खिलाफ संसद में इसे उठाया जायेगा। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि आरबीआइ की स्वायत्ता पर हमला हुआ है। नोट बदलने का अधिकार आरबीआइ का होता है. यह काम नियम के तहत होता है। मोदी सरकार ने आरबीआइ के साथ बिना किसी सहमति के नर्णिय लेकर लोगों को परेशानी में डाला है।

किस अधिनियम के तहत यह बदलाव हुआ कि किसी को पता नहीं है. इतना ही नहीं लोगों के पास पैसा नहीं है, जबकि भाजपा नेताओं के पास नये नोट मिल रहे हैं। इससे लगता है कि आरबीआइ में सेंध लगाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी गरिमा को भूल चुके हैं। उनके कथनी व करनी में काफी अंतर है।

नोटबंदी में वास्तविकता का राज छुपा है। जिस तीन लक्ष्य के लिए नोटबंदी हुआ वह पूरा नहीं हो रहा है। काला धन को खत्म करने के लिए दो हजार का नोट लाने को कोई तुक नहीं है। यूपी चुनाव पर उन्होंने कहा कि फिलहाल कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी।