वज़ीर-ए-आज़म की एक बार फिर तय्यारा मे सालगिरह

ज़हीरउद्दीन अली ख़ान वज़ीर-ए-आज़म के ख़ुसूसी तय्यारे से । 27 सितंबर । वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह जो अपनी सालगिरा तक़रीब धूम धाम से मनाने से हमेशा गुरेज़ किया करते हैं और अपने फ़राइज़ की अदायगी को अव्वलीन तर्जीह देते हैं।इस बार भी अपनी सालगिरा एक बार फिर अक़्वाम मुत्तहदा की जनरल असैंबली से ख़िताब के बाद वतन वापसी के सफ़र में अपने ख़ुसूसी तय्यारे में सहाफ़ीयों के साथ मनाई। मेनीजिंग ऐडीटर रोज़नामासियासत हैदराबाद ज़हीरउद्दीन अली ख़ान की तहरीक पर वज़ीर-ए-आज़म ने अपनी सालगिरा का केक काटा और पुरमसरत माहौल में सहाफ़ीयों ने उन्हें उन की सालगिरा पर मुबारकबाद पेश की।वज़ीर-ए-आज़म ने इस मौक़ा पर प्रैस कान्फ़्रैंस के दौरान किसी भी किस्म की सयासी प्रैस कान्फ़्रैंस से गुरेज़ किया। सादगी पसंद वज़ीर-ए-आज़म को सालगिरा केक का पहला टुकड़ा ज़हीरउद्दीन अली ख़ान ने पेश किया। बादअज़ां तमाम हमराही सहाफ़ीयों की तवाज़ो की गई। पूरे तय्यारे में सख़्त और सरगर्म प्रोग्राम के बावजूद ऐसा मालूम होता था कि थकन का एहसास ख़तम होचुका है और इस की जगह एक पुरमसरत जोश और जज़बा ने ले ली है। वज़ीर-ए-आज़म भी ख़ुश और हश्शाश बश्शाश नज़र आरहे थे हालाँकि वतन में चिदम़्बरम पर 2G अस्क़ाम में मुलव्विस होने के इल्ज़ामात की बिना पर एक नया तनाज़ा वज़ीर-ए-आज़म का मुंतज़िर है ।न्यूयार्क में भी प्रैस कान्फ़्रैंस में सहाफ़ीयों ने इन से अप्पोज़ीशन के चिदम़्बरम से इस्तीफ़ा के मुतालिबा के बारे में सवाल किया था जिस पर उन्हों ने कहा था कि ये कोई नई बात नहीं है अप्पोज़ीशन का यही काम है।