शजरकारी मुहिम में हुक्काम और अवामी नुमाइंदों की ग़ैर संजीदगी पर केसीआर ब्रहम

हैदराबाद 03 अगस्त: चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ ने हरीथा हरम में ग़ैर संजीदगी पर ब्रहमी का इज़हार करते हुए ओहदेदारों को हिदायत दी कि वो प्रोग्राम को कामयाब बनाने की डीवीझ़न वारी असास पर निगरानी यक़ीनी बनाएँ और हरीथा हरम प्रोजेक्ट में संजीदगी के साथ हिस्सा लेने वाले क़ाइदीन कारकुनों अवामी नुमाइंदों और ओहदेदारों को यौम-ए-आज़ादी तक़रीब के मौके पर एवार्ड देने का एलान किया।

रोज़नामा सियासत की तरफ से चंद दिन पहले हरीथा हरम के सिलसिले में शाय करदा एक रिपोर्ट की इस बात से तसदीक़ होती है कि ख़ुद हुकूमत प्रोग्राम की कारकर्दगी से मुतमइन नहीं है। सियासत में शाय ख़बर में इस बात का तस्वीरी सबूत भी पेश किया गया था कि हुकूमत की तरफ से हरीथा हरम प्रोग्राम के दौरान शजर कारी के लिए तक़सीम किए गए पौदों को सड़क के किनारा फेंक दिया गया था और जिस शाहराह पर ये पौदे फेंके गए थे इस शाहराह से रियासती वुज़रा का गुज़र होता है। के चन्द्र शेखर राव‌ ने पिछ्ले दिन जारी करदा हिदायात में इस बात की तरफ तवज्जा करवाई कि शहर और अज़ला में भी हरीथा हरम प्रोग्राम पर बेहतर अमल आवरी ना होने की शिकायात मौसूल हो रही हैं।

उन्होंने हरीथा हरम प्रोग्राम में मुंख़बा अवामी नुमाइंदों की अदम दिलचस्पी पर भी शदीद रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि किसी भी अवामी प्रोग्राम की कामयाबी के लिए ये ज़रूरी हैके प्रोग्राम के मुताल्लिक़ जोश-ओ-ख़ुरोश पैदा किया जाये और इस की अमल आवरी में संजीदगी-ओ-दिलचस्पी का इज़हार किया जाये लेकिन अवामी नुमाइंदों की अदम दिलचस्पी और ग़ैर संजीदगी बाइस-ए-तशवीश है।