शहर में कई कॉलेजस पीजी कोर्सेस से महरूम होंगे

हैदराबाद 03 जुलाई : इस साल पोस्ट ग्रेजूएशन कोर्सेस की तालीम पर बड़ी ज़रब लगेगी क्युं कि मुताल्लिक़ा ओहदेदार दरकार रहनुमायाना ख़ुतूत पर अमल आवरी ना होने की वजह से एमटेक, एम फार्मा और एमबीए कोर्स के लिए उल-हाक़ करने से इनकार कर रहे हैं।
इंजीनीयरिंग कॉलेजस इन कॉलेजस में शामिल हैं जिन्हें बाज़ कोर्सेस के लिए उल-हाक़ करने से हुक्काम इनकार कर रहे हैं क्यु‍ं कि रहबर उसूलों की पाबंदी नहीं की जा रही है। इंजीनीयरिंग कॉलेजस एसोसीएशन ने कहा कि इस साल उल-हाक़ दीए जानेवाले कॉलेजस की तादाद पिछ्ले साल से कम रहेगी।

ओहदेदारों के मुताबिक़ सीबीआई टी और एमजी आई टी जो अहम इंजीनीयरिंग इदारे समझे जाते हैं चंद पीजी कोर्सेस पढ़ाने के इस्तिहक़ाक़ से महरूम होजाएंगे क्युं कि उन्होंने टीचिंग फैकल्टी ज़रूरीयात की तकमील नहीं की है। तेलंगाना प्राइवेट इंजीनीयरिंग कॉलेजस एसोसीएशन के सदर एन गौतम राव‌ ने कहा कि हुक्काम उल-हाक़ रिपोर्टस कॉलेजस को रवाना कर रहे हैं। साल 2016-17 के लिए 170 ता 180 कॉलेजस को उल-हाक़ दिया जाएगा पिछ्ले साल ये तादाद 260 थी।

तीस कॉलेजस ने उल-हाक़ के लिए दरख़ास्त नहीं दी बाज़ कॉलेजस मुकम्मिल बंद होने वाले हैं चंद कॉलेजस ने जेएनटीयू की शराइत की तकमील नहीं की है और विजिलेंस इ‍ंस्पेकशन का निशाना बनने वाले हैं।