शहर में माइनॉरिटी यूनिवर्सिटी की होगी कायम

जमशेदपुर 1 जुलाई : मदरसा फैजुल उलूम, धातकीडीह में इतवार को तालीमी बेदारी मुहिम की अहम बैठक हुई, जिसमें जमशेदपुर के करीब अल्लामा कादरी अकलियती यूनिवर्सिटी (एकेएमयू) की कयाम का फैसला लिया गया। साथ ही रियासत भर में इसके फी बेदारी लाने के लिए सूबाई तालीमी बेदारी मुहिम शुरू करने की बात कही गई। इसके लिए नवंबर में गोपाल मैदान, बिष्टुपुर में तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस होगा, जिसमें राहुल गांधी, कपिल सिब्बल, अजहरूद्दीन, लालू यादव, रामबिलास पासवान समेत बड़े लीडर और सख्सियात को मदउ किया जाएगा।

रतन टाटा को भी मदउ करने की कोशिश होगा। यह मालूमात बैठक के बाद मुनाक्किद प्रेस कांफ्रेस में मुहिम के चेयरमैन डॉ. गुलाम जरकानी और वाइस चेयरमैन व महान मैगज़ीन जामा-ए-नूर के एडिटर खुस्तर नूरानी ने दी। उन्होंने बताया कि झारखंड में मुस्लिम अकलियती की तालीमी हालात का फिसद काफी पीछे है, वहीं आला तालीम की हालत और भी खराब है।

ऐसे में अकलियत रियासत वाले एक यूनिवर्सिटी के कयाम का फैसला लिया गया है। मदरसा फैजुल उलूम को सेंटर मानकर यहां के बानी अल्लामा अरशदुल कादरी के नाम पर शहर के करीब इस यूनिवर्सिटी की कयाम का फैसला लिया गया है, जिसकी शक़ल और विजन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, जामिया मिलिया इस्लामिया और जामिया उस्मानिया की बुनियाद पर होगा।

डॉ. जरकानी और खुस्तर नूरानी ने कहा कि इसके लिए वे रियासत और मर्क़जी हुकूमत से जमशेदपुर-रांची हाईवे 33 पर शहर के पास पांच सौ एकड़ जमीन और यूनिवर्सिटी के लिए बुनियादी और जरूरी सहूलियात फ़रहम कराने की मांग करते हैं। अपनी बात और विजन को लोगों और हुकूमत तक पहुंचाने के लिए जमशेदपुर में नवंबर माह में तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस का मुनाक्किद किया जाएगा। रियासत भर में अगस्त से बेदारी मुहीम चलाया जाएगा। बैठक में शहर और रियासत के सौ से ज्यादा तालीम, उलेमा, मुख्तलिफ अदारों के सरबराह और समाजी कारकुन मौजूद थे।