शहीद होना चाहता हूँ: आई एस के अस्करीयत पसंद का ब्यान

क्रेशनिक बी दहश्तगर्द तंज़ीम इस्लामिक स्टेट का वो पहला रुक्न है, जिसे एक जर्मन अदालत में मुक़द्दमे का सामना है। वो इस्तिग़ासा से तआवुन कर के अपने लिए कम सख़्त सज़ा का मुतमन्नी है।

फ़्रैंकफ़र्ट की आला इलाक़ाई अदालत में इस के ब्यान ने कम सज़ा के हुसूल उम्मीद को क़दरे नुक़्सान पहुंचाया है। अदालत में अपने ब्यान में इस ने कहा कि वो अब भी शहादत की मौत मरना चाहता है। जर्मनी में मुल्ज़िम के ज़ाती क्वाइफ़ के तहफ़्फ़ुज़ के क़ानून के तहत उस का पूरा नाम ज़ाहिर नहीं किया गया है।

20 साला मुल्ज़िम जब गुज़िश्ता रोज़ कमरे अदालत में दाख़िल हुआ, तो उस ने एक भारी स्वेटर और इस पर एक सुर्ख़ रंग का जाड़ों का कोट पहन रखा था। जज ने उसे देख कर कहा, तुम चाहो तो अपना कोट उतार सकते हो, हम तुम्हें कुछ नहीं कहेंगे।

मग़रिबी जर्मन इलाक़े बॉड होम बोर्ग से ताल्लुक़ रखने वाले क्रेशनिक बी ने जज के इस जुमले के बाद अपना कोट उतार और अपना ब्यान शुरू किया, जिस में गुज़िश्ता बरस जुलाई में अपने शाम के सफ़र और इस्लामिक स्टेट में शमूलीयत का अहवाल बताया। उस ने कहा कि उस के इस सफ़र का मक़सद बशारुल असद हुकूमत के ख़िलाफ़ अपने भाईयों और बहनों की मदद करना था।