शामी हुकूमत और बाग़ी जंग बंदी मुआहिदे पर रज़ामंद

बेरूत वाशिंगटन: (राईटर शामी हुकूमत और अपोज़िशन के बाग़ीयों ने हफ़्ते के रोज़ से जंगबंदी नाफ़िज़ करने की अमरीका और रूस की तजवीज़ को क़बूल कर लिया है, जिसका ऐलान पीर के रोज़ किया गया था। अमरीका ने ख़बरदार किया है कि अगर जंग नहीं हुई तो शाम को मुत्तहिद रखना मुश्किल हो जाएगा|

शाम में इस वक़्त जंग बंदी के महाज़ पर बातचीत चल रही है और जंग बंदी मन्सूबे के तहत सरकारी फ़ौज और उनके हामियों को मसतसनी रखते हुए सिर्फ हुकूमत के ख़िलाफ़ बरसर-ए-पैकार बाग़ीयों से अपनी जंगी कार्यवाहीयां बंद करने के लिए कहा गया है।

इस मंसूबे में शामी सरकारी फ़ौज और इस के हामी रूस को दाश और अलनसरा फ्रंट पर हमले जारी रखने की छूट दी गई है, जिसके पेश-ए-नज़र मग़रिबी हिमायत बाग़ीयों और सऊदी इमदाद याफताह बाग़ी ग्रुपों की तरफ़ से इस मंसूबे पर शक-ओ-शुबा ज़ाहिर किया गया है। लेकिन अमरीका ने सख़्त रुख अपनाते हुए जंग बंदी ना होने की सूरत में मुल्क के टूटने की वार्निंग दे डाली है|