शाम केख़िलाफ़ किसी भी वक़्त अमेरिकी फ़ौजी कार्रवाई मुम्किन, मुहीम में शमूलियत से जर्मनी व कनाडा का इनकार

अरब ममलकत शाम के ख़िलाफ़ अमेरिका की महदूद फ़ौजी कार्रवाई अब तक़रीबन यक़ीनी होगई है और अमेरिका, शाम में फ़ौजी मुदाख़िलत के बहुत क़रीब पहुंच चुका है।

अमेरिकी सदर बारक ओबामा ने कहा है कि वो अरब मुल्क में इंतिहाई महदूद फ़ौजी कार्रवाई पर ग़ौर कररहे हैं जिस में ज़मीनी फ़ौज इस्तिमाल नहीं की जाएगी। इस दौरान जंग ज़दा मुल्क शाम में कीमियाई असलेहा के मुबय्यना इस्तिमाल का मुआइना करनेवाली अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के माहिरीन की टीम लेबनान रवाना होगई।

सदर ओबामा ने कहा कि वाशिंगटन एक महदूद और मुख़्तसर कार्रवाई के इमकानात पर ग़ौर कररहा है और कोई तवील मुद्दती मुहीम शामिल नहीं होगी। ओबामा ने अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि हम अपने अज्म की तकमील पर ग़ौर कररहे हैं, हम इस ज़िमन में किसी ज़मीनी फ़ौजी कार्रवाई के इमकान ग़ौर नहीं कररहे हैं।

उन्होंने मज़ीद कहा कि शाम के ख़िलाफ़ किए जाने वाले अमेरिकी इक़दामात के बारे में उन्होंने कोई फ़ैसला नहीं किया है, ताहम उन्होंने कहा कि अमेरिका जो कुछ भी ज़रूरी होगा, तैयार होचुका है। बहरहाल ये कोई बड़ी फ़ौजी कार्रवाई नहीं होगी। ओबामा ने ये इशारा देते हुए शाम पर हमला अब नागुज़ीर होचुका है, ये कहा कि हम ने इत्तिहादियों से सलाह‌ की है, हम कांग्रेस से भी सलाह‌ करचुके हैं।

ओबामा की क़ियादत में काम करने वाले हंगामी हालात के शोबा से बाहर निकलते हुए अमेरिकी वज़ीर-ए-ख़ारजा जान कैरी ने तौसीक़ की कि फ़ौजी ताक़त के इस्तिमाल पर रूस की मुख़ालिफ़त के पेशे नज़र अमेरिका इस हमले के लिए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की सलामती कौंसिल से मंज़ूरी हासिल करेगा। रूस ने शाम में बशार अल असद हुकूमत की जानिब से कीमियाई असलेहा के इस्तिमाल के इल्ज़ामात को इंतिहाई अहमक़ाना बकवास क़रार देते हुए रद‌ कर दिया है

रूसी सदर व्लादीमीर पोतीन ने आज अमेरिका को चैलेंज किया कि वो इस ज़िमन में अक़वाम-ए-मुत्तहिदा का सबूत पेश करे और ये बताया जाये कि शाम में कीमियाई असलेहा से किए गए हमलों में बशार अल असद की हुकूमत ज़िम्मेदार है। वस्तविक में अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए सदर पोतीन ने कहा कि 21 अगस्त के कीमियाई गैस हमले के लिए असद हुकूमत को मौरिद इल्ज़ाम ठहराना इंतिहाई मज़हका ख़ेज़ है।

उन्होंने इस्तिदलाल पेश किया कि एक तरफ़ शाम की हुकूमत और फ़ौज मुख़्तलिफ़ गोशों से तन्क़ीद का शिकार बन रही है, इस सूरत-ए-हाल में क्या वो फ़ौजी कार्रवाई का मांग‌ करने वालों को अपना मक़सद पूरा करने का मौक़ा फ़राहम करेंगे? बशार अल असद पर कीमियाई असलेहा के इस्तिमाल का इल्ज़ाम इंतिहाई अहमक़ाना है।

रूसी सदर ने मज़ीद कहा कि में इस बात से मुत्तफ़िक़ हूँ कि ये इल्ज़ामात उन ममालिक की जानिब से की जाने वाली इश्तिआल अंगेज़ी के ख़िलाफ़ कुछ नहीं हैं जो शामी तसादुम में दीगर ममालिक को भी घीसेटना चाहते हैं। सदर पोतीन ने बशार अल असद हुकूमत की जानिब से कीमियाई असलेहा से हमलों के सबूत पेश करने में अमेरिका की नाकामी को अपने ही क़ौल की बद एहतिरामी क़रार दिया और कहा कि उनके पास कोई सबूत है तो उसको पेश किया जाना चाहिए।

अगर पेश नहीं किया जाता तो इस का मतलब ये होगा कि कोई सबूत ही नहीं है। शाम के एक क़रीब तरीन हलीफ़ मुल्क रूस ने अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की सलामती कौंसिल को नजरअंदाज़ करते हुए की जाने वाली किसी भी यकतरफ़ा फ़ौजी कार्रवाई के ख़िलाफ़ आज सख़्त वार्निंग दी और कहा कि इससे बैन-उल-अक़वामी क़वानीन की रास्त ख़िलाफ़वरज़ी होगी।

चीन और रूस पहले ही शाम के ख़िलाफ़ दो क़रारदादों के मसौदों का वीटो करचुके हैं। इस दौरान अमेरिकी सदर ओबामा ने शाम के ख़िलाफ़ फ़ौजी कार्रवाई के ज़िमन में फ्रांसिसी सदर फ़रीनकाई हॉलैंड के इलावा जर्मनी और कनाडा के सरबराहान से भी टेलीफ़ोन पर बातचीत करचुके हैं, ताहम जर्मनी और कनाडा ने शाम के ख़िलाफ़ अमेरिकी फ़ौजी कार्रवाई में शामिल होने से साफ़ इनकार कर दिया है। जबकि बर्तानवी पार्लीमेंट ने गुजिश्ता रोज़ वज़ीर-ए-आज़म डेविड कैमरून की जानिब से पेश करदा एक क़रारदाद को रद‌ कर दिया।

हिंदुस्तानियों को शाम से तख़लिया की हिदायत
इस दौरान हिंदुस्तान ने शाम में मुक़ीम अपने तमाम शहरियों को हिदायत दी है कि वो बढ़ते हुए तशद्दुद के इलावा अमेरिकी फ़ौजी कार्रवाई के अंदेशों के पेशे नज़र जंग ज़दा मुल्क काफ़ी उल-फ़ौर तख़लिया करदें। वज़ारत उमूर ख़ारिजा के तर्जुमान सय्यद अकबर उद्दीन ने कहा कि हम दमिशक़ में अपने सिफ़ारत ख़ाना से मुसलसल रब्त में हैं। वहां तमाम हिंदुस्तानी शहरी महफ़ूज़ हैं।