शाहरुख़ खान, सलमान और कैटरीना से मोदी सरकार कराएगी उर्दू का प्रचार !

फिल्म अभिनेता सलमान खान, शाहरुख़ खान और कटरीना कैफ जल्द ही देश में उर्दू भाषा के विकास के लिए काम करते नज़र आ सकते हैं क्योंकि ख़बर है कि तीनों के नामों का विचार ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट मिनिस्ट्री द्वारा किया जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक इन तीनों के नाम का उपयोग इनकी लोकप्रियता को भुनाते हुए सरकार इनसे उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार करने के लिए वीडियो शूट करने के लिए कह सकती हैं। गौरतलब है कि इन के प्रचार के माध्यम से सरकार उर्दू भाषा को विकसित करना चाहती है और वह चाहती है कि इन तीनों की लोकप्रियता का उपयोग कर उर्दू भाषा का प्रचार प्रसार किया जाए।

गौरतलब है कि पिछले 5 वर्षों में उर्दू भाषा के विकास के लिए सरकार ने बजट को दोगुना कर दिया है। अब कुल मिलाकर साढे 300 सौ करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि सरकार द्वारा इस कार्य के लिए आवंटित की जाती है लेकिन निजी क्षेत्रों से मिल रहे चुनौती को देखते हुए अब सरकार ने इस में इन बॉलीवुड कलाकारों के माध्यम से युवाओं को आकर्षित करने का मन बनाया है।

हालांकि सोशल मीडिया पर लोग सरकार के इस कदम पर अभी से प्रश्नचिन्ह भी लगा रहे हैं और पूछ रहे हैं कि इन तीनों को उर्दू भाषा का कितना ज्ञान है । गौरतलब है कि बॉलीवुड की फिल्मों में और गानों में अक्सर कई उर्दू के शब्द आते रहे हैं और लोग पूर्णतया उर्दू भाषा से अनजान नहीं है।

हमने आपको यह बताया था कि शाहरुख़ खान और सलमान खान को लेकर एक स्क्रिप्ट संजय लीला भंसाली के पास आई है और वो इस पर बैजू बावरा का रीमेक करना चाहते हैं l यह पहली बार होगा जब भंसाली की फिल्म में दोनों स्टार नजर आएंगे। हालांकि दोनों ने इससे पहले कई फिल्मों में साथ काम किया है, जिनमें हम तुम्हारे हैं सनम, करण अर्जुन, कुछ कुछ होता है जैसी फिल्में शामिल हैं। संजय के साथ जहां शाहरुख़ के साथ देवदास बनाई थी।

वहीं सलमान और भंसाली ने एक साथ कई फिल्में बनाईं, जिनमें हम दिल दे चुके सनम, सांवरिया, खामोशी जैसी फिल्में हैं।