शेख़ हसीना को तीस्ता आबी मुआमलत तए पाने की उमीद

न्यूयार्क । 22 सितंबर ( पी टी आई) वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के हालिया दौरा-ए-बंगला देश की कई कामयाबि के तौर पर सताइश करते हुए बंगला देशी वज़ीर-ए-आज़म शेख़ हसीना ने उमीद ज़ाहिर की है कि इन का मुलक हिंदूस्तान के साथ तीस्ता आबी तक़सीम मुआहिदा तए करने में कामयाब हो जाएगा। हिंदूस्तान और बंगला देश ने डाक्टर सिंह के इस माह के अवाइल दौरा के दौरान मुख़्तलिफ़ मुआहिदों पर दस्तख़त किए लेकिन तीस्ता आबी तक़सीम के बारे में कोई मुआमलत पर दस्तख़त नहीं होसकी । हसीना ने कहा कि वो मायूस नहीं है कि दोनों फ़रीक़ डाक्टर सिंह के दौरा में तीस्ता आबी तक़सीम मुआमलत पर दस्तख़त नहीं करसके । मुझे इतनी ज़्यादा मायूसी नहीं है क्योंकि मेरा मानना है कि हम इस मसले (तीस्ता आबी तक़सीम ) को बाहमी तौर पर हल करसकते हैं और में इस ताल्लुक़ से काफ़ी परउमीद हूँ। हसीना ने जो यहां 66 वीं यू एन जनरल असैंबली में शिरकत केलिए आई हैं , एशिया सोसाइटी में ये बात कही । उन्हों ने कहा कि बंगला देश और हिंदूस्तान आबी तक़सीम के बारे में उबूरी मंसूबा तैय्यार करचुके हैं । हसीना ने बताया कि वो पर एतिमाद हैं कि बाहमी मुज़ाकरात के ज़रीया दोनों मुल्क कोई भी मसले की यकसूई करसकते हैं । बंगला देश को आब गंगा की तक़सीम पर हिंदूस्तान के साथ मसला दरपेश था लेकिन दोनों मुल्कों ने इस मसले को हल करलिया और 30 साला मुआहिदा पर दस्तख़त किए गए , उन्हों ने ये बात कहते हुए जामि बाहमी मुआहिदे का हवाला दिया जिस पर डसमबर 1996 में दस्तख़त हुए और तीन दहिय तवील आबी तक़सीम का इंतिज़ाम क़ायम होगया । हिंदूस्तान के साथ अपने मलिक के ताल्लुक़ात पर हसीना ने कहा कि दोनों ममालिक अफ़सानों शख़्सियत राबनदर नाथ टैगोर की वसातत से मुश्तर्क विरासत रखते हैं । टैगोर ने दोनों मुल्कों केलिए क़ौमी तराने तहरीर किए ।