शौहर को नींद की गोलीयां देकर आश्ना के साथ जिन्सी ताल्लुक़ात

नई दिल्ली 25 जुलाई:दिल्ली की एक अदालत ने शादीशुदा ख़ातून की इस्मत रेज़ि के मुल्ज़िम एक शख़्स को बरी करते हुए कहा कि ये मसला इस्मत रेज़ि का नहीं बल्कि रिश्ता-ए-इज़दवाज से मावरा-ए-जिन्सी ताल्लुक़ात का वाज़िह मुआमला है क्युंकि दरख़ास्त गुज़ार ख़ातून ने बदनामी और बेइज़्ज़ती से बचने और ख़ुद को मुतास्सिरा ज़ाहिर करने की एक कोशिश के तौर पर इस वाक़िये को इस्मत रेज़ि का रंग देने की कोशिश की है।

अदालत ने बिलख़सूस इस नाज़ुक मसले का नोट लिया कि अगर शौहर अपनी बीवी को मुल्ज़िम के साथ जिन्सी मिलाप की हालत में रंगे हाथ पकड़ना लेता तो ग़ालिबन कोई शिकायत ही दर्ज नहीं की जाती क्युंकि इस ख़ातून के रवैये और हरकात से वाज़िह होता हैके वो अपने आश्ना के साथ जिन्सी ताल्लुक़ात करने के लिए अक्सर अपने शौहर को नींद की गोलीयां खिलाया करती थी।

एडीशनल सेशन जज( ए एसजे ) वीरेंद्र भट्ट ने कहा कि वाज़िह तौर पर ये ख़ातून के जिन्सी ताल्लुक़ात का मुआमला है जिस को इस ने इस्मत रेज़ि का रंग देने की कोशिश की है ताके शौहर को ये बावर किराया जाये कि वो इस्मत रेज़ि की शिकार हुई है।

जज ने कहा कि मुक़द्दमा की समाअत के दौरान इस ख़ातून के मजमूई रवैये और तौर तरीक़ों का वाज़िह इशारा मिला है जो अपनी मर्ज़ी से अपने ही शौहर को नींद की गोलीयां खिलाया करती थी ताके इस बात को यक़ीनी बनाया जाये कि वो गहिरी नींद सौजाये और इस के बाद वो मुल्ज़िम को अपने घर मदऊ करते हुए इस के साथ जिस्मानी ताल्लुक़ात उस्तिवार करती थी।अगर शौहर रात के पिछले पहर इन दोनों को रंगे हाथ पकड़ा ना होता तो सिलसिला जारी रहता था।