श्रीनगर के विभिन्न क्षेत्रों में कर्फ्यू, लाल चौक चलो कॉल नाकाम

श्रीनगर: सुरक्षा बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को राजधानी श्रीनगर के सिविल लाइन्स की सख्त नाकाबंदी करके अलगाववादी नेतृत्व द्वारा दी गई ‘लाल चौक चलो’ कॉल विफल बना दिया| कश्मीर प्रशासन ने लाल चौक चलो ‘कॉल के मद्देनजर शुक्रवार को श्रीनगर के पाईन शहर और सियोल लाइनों के कुछ क्षेत्रों में कर्फ्यू जबकि शहर के अन्य भागों में धारा 144 के तहत सख्त बंदिशें लागू की थी।

कर्फ्यू के कारण श्रीनगर की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में आज लगातार बारहवें धारा शुक्रवार की नमाज अदा न की जा सके। इसके अलावा श्रीनगर के कई अन्य मस्जिदों में भी शुक्रवार की नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी गई। हालांकि कर्फ्यू और प्रतिबंधों के बावजूद घाटी में शुक्रवार की नमाज के भुगतान से पहले और उसके बाद दर्जनों स्थानों पर विरोध प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं जिनमें दर्जनों लोगों के घायल होने की सूचना है|

अलगाववादी नेतृत्व सैयद अली गिलानी, मीरवाइज़ मौलवी उमर फ़ारूक़ और मोहम्मद यासीन मलिक जो सही सुदारादयत की मांग को लेकर घाटी में जारी हड़ताल में 6 अक्टूबर तक विस्तार की घोषणा कर रखी है, ने आज ‘ऐतिहासिक लाल चौक’ तक मार्च का आह्वान किया था। हालांकि सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस के अधिकारियों ने इस फोन को विफल करने के लिए सियोल लाइनों जाने वाली सभी सड़कों को कांटेदार तार से सील किया था। पुलिस ने बताया कि पाईन शहर में पांच पुलिस थानों के तहत आने वाले इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है।

सियोल लाइनों में बतह मालो और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के गढ़ माने जाने वाले ‘तिसमह’ में भी कर्फ्यू लागू किया गया था। जो एल एफ प्रमुख यासीन मलिक को हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वाणी 8 जुलाई मौत के दिन से थाना नजरबंद रखा गया है।