श्रीलंका बम धमाका- 200 मौलानाओं को देश से निकाला !

श्रीलंका ईस्टर आत्मघाती बम धमाकों के बाद से अब तक 200 मौलानाओं समेत 600 से ज्यादा विदेशी नागरिकों को निष्कासित कर चुका है. एक मंत्री ने रविवार को यह जानकारी दी. श्रीलंका में सबसे भीषण आतंकी हमले के दो सप्ताह के बाद भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सोमवार को श्रीलंका में फिर से स्कूल खुलेंगे. गृह मंत्री वाजिरा अभयवर्द्धने ने कहा कि मौलाना वैध रूप से देश में आए थे, लेकिन हमलों के बाद हुई सुरक्षा जांच में पाया गया कि वह वीजा खत्म होने के बावजूद देश में रह रहे थे. इसके लिए उन पर जुर्माना लगाकर देश से निष्कासित कर दिया गया.

हमले के बाद अधिकारियों ने शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया था. गत 21 अप्रैल को एक महिला सहित 9 आत्मघाती हमलावरों द्वारा तीन चर्चों और तीन लक्जरी होटलों में किए गए हमले में 357 लागों की मौत हो गई थी और 500 से अधिक घायल हो गए थे.

धार्मिक शिक्षकों के लिए वीजा प्रतिबंध कड़ा
अभयवर्द्धने ने कहा, “देश में सुरक्षा की ताजा स्थिति को ध्यान में रखते हुए हमने वीजा प्रणाली की समीक्षा की और धार्मिक शिक्षकों के लिए वीजा प्रतिबंध को कड़ा करने का निर्णय लिया.” उन्होंने कहा, “निष्कासित किए गए लोगों में 200 मौलाना हैं.”

बम धमाकों में 357 लोगों की मौत हुई थी
बता दें श्रीलंका में 21 अप्रैल को ईस्टर के मौके पर हुए बम धमाकों में 357 लोगों की मौत हो गई थी और 500 से ज्यादा घायल हो गए थे. इन हमलों को स्थानीय मौलाना ने अंजाम दिया था, जिसने हमले से पहले पड़ोसी देश भारत का दौरा कर जिहादियों से संपर्क बनाए थे. हमले की जिम्मेदारी एक स्थानीय जिहादी समूह ने ली थी.

सोमवार को फिर से खुलेंगे श्रीलंका के स्कूल
हमले के बाद अधिकारियों ने अगले आदेश तक स्कूलों को बंद कर दिया था. कोलंबो पेज की खबर के मुताबिक, सोमवार को छठी से लेकर 13 वीं कक्षा तक के सभी सरकारी स्कूलों का दूसरा सत्र शुरू हो जाएगा. पहली से लेकर पांचवीं तक का दूसरा सत्र 13 मई को शुरू होगा. हालाकि, सरकारी सूचना के महानिदेशक नलका कलुवेवा के मुताबिक, कक्षा छठी और उससे ऊपर की कक्षाएं ही चलेंगी.

स्‍कूल परिसरों में होगी विशेष सुरक्षा
मंत्री अकिला विराज करियावासम ने बताया कि स्कूल के नए सत्र की शुरूआत के साथ स्कूल परिसरों में एक विशेष सुरक्षा कार्यक्रम को लागू किया जाएगा. रिपोर्ट में बताया गया है कि स्कूलों की सुरक्षा के सिलसिले में शिक्षा मंत्रालय द्वारा विशेष परिपत्र जारी किए गए हैं.