श्रीलंका में रविवार को हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट में कम से कम 350 लोगों की मौत हो गई है। यह श्रीलंका में लिट्टे के खात्मे के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला है। लोग सदमे में हैं। ऐसे मौके पर श्रीलंका के पूर्व क्रिकेट कप्तान कुमार संगकारा ने एक भावुक पोस्ट लिखा है।
Kumar Sangakkara's powerful and inspiring speech is just what the world needs today. #SriLankahttps://t.co/HifmZXAJyy
— IndiaToday (@IndiaToday) April 24, 2019
ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने अपने देशवासियों से कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़े रहने की अपील की और कहा कि यदि सब एक रहेंगे तो इस त्रासदी से उबरने में मदद मिलेगी। अगर लोग बंटे हुए रहे तो ऐसा करना मुश्किल होगा। इस आतंकी हमले में श्रीलंकाई क्रिकेटर दासुन शनाका की मां और दादी भी घायल हुई हैं।
https://twitter.com/sakshamsharmaIN/status/1120555603934494720?s=19
41 साल के संगकारा ने अपने पोस्ट में लिखा, ‘मैं बर्बरता के इन घृणित कृत्यों से स्तब्ध और दुखी हूं। मेरा दिल पीड़ितों के लिए प्रार्थना कर रहा है। इस हमले में जिन लोगों की जान गई है, उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करना चाहूंगा।
Despite the devastation of the #EasterSundayAttacksLK, there are voices calling for peace, for unity, and for kindness. The message is clear: We are all Sri Lanka, and we will stand together. #WeStandTogether pic.twitter.com/NSHzBodhLb
— Roar LK (@Roarlk) April 24, 2019
मैं उन सभी लोगों को शीघ्र और पूर्ण रूप से स्वस्थ होने की कामना करता हूं, जो हमले में घायल हुए हैं। मैं ईश्वर से यह भी प्रार्थना करता हूं कि वह मेडिकल और सुरक्षा से जुड़े उन लोगों को और शक्ति दे, जो स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं।
श्रीलंकाई कप्तान ने इसके आगे लिखा, ‘अभी जब हम यह समझने के लिए संघर्ष कर रहे हैं कि कोई व्यक्ति (हमलावर) कैसे इतना नीचे गिर सकता है, उसी वक्त हम एकदूसरे का साथ देते हुए शोक भी मना रहे हैं।
हमें श्रीलंका के रूप में एक साथ खड़े होकर एकदूसरे को ताकत प्रदान करना है; कंधे से कंधे और दिल से दिल तक एक साथ हम सबको एक होना है। कुमार संगकारा आगे लिखते हैं, ‘भले ही अभी हमारे दिल भावनाओं से भरे हुए हैं।
लेकिन इस वक्त पर यह भी महत्वपूर्ण है कि हम अपने दिमाग को तर्कसंगत और विवेकशील रखें। कोई भी निर्णय या निष्कर्ष जल्दीबाजी में ना निकालें। अभी उन प्रियजनों को श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्हें मौत के घाट उतार दिया गया है।
अभी किसी साजिश या अटकलों पर जल्दी भरोसा ना करें। यह कोई खेल नहीं है। अभी इस हमले पर भी राजनीति की जाएगी। लेकिन आप सब जांच होने तक धैयै रखें। अधिकारियों पर भरोसा रखें। कायरतापूर्ण कृत्य करने वाले आतंकियों को सजा और पीड़ितों को न्याय मिलने तक धैर्य रखें।