सऊदी अरब से चार मुश्तबा दहश्तगरदों को वापिस लाने की कोशिश

हिंदूस्तान अपने इन चार शहरियों को सऊदी अरब से मुल्क बदर करते हुए वापिस लाने की कोशिश कर रहा है जो दहश्तगर्द तंज़ीम इंडियन मुजाहिदीन के मुश्तबा अरकान हैं। मर्कज़ी वज़ारत-ए-दाख़िला के ओहदेदारों ने कहा है कि इन चार हिंदूस्तानियों पर मुल्क में दहश्तगर्द सरगर्मियों में उन के मुलव्विस होने पर एक तवील अर्सा से सेकोरेटी इदारों की जानिब से नज़र रखी जा रही है।

ताहम उन के नामों का इन्किशाफ़ नहीं किया गया है। वज़ारत-ए-दाख़िला के एक ओहदेदार ने कहा कि हम ने इन चार हिंदूस्तानियों कुमलक बदर करने की सऊदी अरब से दरख़ास्त की है जो हिंदूस्तान में मतलूब हैं और सऊदी अरब से मुसबत जवाब का इंतिज़ार किया जा रहा है ।

इन तमाम चार मुश्तबा अफ़राद ने हिंदूस्तानी पासपोर्ट पर सऊदी अरब का सफ़र किया था और बावर किया जाता है कि वो इस ममनूआ तंज़ीम इंडियन मुजाहिदीन के अरकान हैं जो बिशमोल दिल्ली पौने हैदराबाद और बैंगलौर कई मुक़ामात पर धमाके करचुकी हैं।

सऊदी अरब ने हालिया माज़ी में हिंदूस्तान को मतलूब तीन दहश्तगरदों कुमलक बदर किया था जिन में लश्कर तैबा का सरग़ना अब्बू जंदाल भी शामिल है जो मुंबई दहश्तगर्द हमले का असल साज़िशी समझा जाता है ।इंडियन मुजाहिदीन का कारकुन फ़सीह मुहम्मद दिल्ली और बैंगलौर धमाकों का मुल्ज़िम बताया गया है।

लश्कर तैबा का कारकुन ए रईस 2009 -ए-के दौरान केराला में धमाको मवाद जमा करने के एक वाक़िया में मुबय्यना तौर पर मुलव्वस बताया गया है।