सच्चाई का सिला

हज़रत अबू मूसा रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०)ने फरमाया, ख़ैर (भलाई) तो वो है, जो जंग-ए-अोहद के बाद हमें बख़शी गई और सच्चाई का सिला वो है, जो जंग-ए-बदर के बाद इनायत फ़रमाया गया था। (बुख़ारी शरीफ़)