सरकारी मुलाज़मतों के हुसूल के लिए कम्पेटेटिव इम्तेहानात में शिरकत का मश्वरा

सरकारी मुलाज़मतों के हुसूल के लिए अक़लीयती तबक़ा के उम्मीदवारों को सरकारी कम्पेटेटिव इम्तेहानात में शरीक होना चाहीए। तालीमी क़ाबिलीयत के साथ अगर हालिया उमूर और मालूमाते आम्मा से वाक़िफ़ीयत करते हुए उन पर उबूर रखा जाए तो कम्पेटेटिव इम्तेहानात में अच्छा मुज़ाहरा कर सकते हैं।

इन ख़्यालात का इज़हार मौलवी सैयद शाह इनामुल हक़ कादरी ने यहां इदारा सियासत के पब्लिक सर्विस कमीशन के कम्पेटेटिव तमसीली इम्तेहानात के तलबा और तालिबात को मश्वरा देते हुए किया।

सरकारी मुलाज़मत के लिए उम्मीदवार अगर फ़ार्म दाख़िल करेगा और इम्तेहान में शरीक होगा तब ही वो मुलाज़मत पा सकेगा। मौलाना सैयद शाह इनामुल हक़ कादरी इमाम और ख़तीब जामा मस्जिद अफ़ज़ल गंज ने दुआ की और आख़िर में इम्तेहानी सवालात से मुताल्लिक़ सवाल जवाब सेशन में हालिया उमूर के सवालात से वाक़िफ़ करवाया गया।