सरेंडर के बाद एमपी कादिर राणा की जेल में हालत बिगड़ी

मुजफ्फरनगर दंगे में इस्तेआल अंगेज़ तकरीर देने के मुल्ज़िम मुजफ्फरनगर के बसपा एमपी कादिर राना ने मंगल को अदालत में सरेंडर कर दिया। सीजेएम कोर्ट ने एमपी की जमानत अर्जी खारिज करते हुए उन्हें 14 दिन की अदालती हिरासत में जेल भेज दिया। उधर, देर रात एमपी की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मुजफ्फरनगर ज़िला अस्पताल लाया गया। वहां से रेफर होने के बाद एमपी को मेरठ मेडिकल कालेज में शरीक कराया गया है।

मंगल दोपहर साढ़े 12 बजे अचानक कादिर राना खानदान के मुर्तजा राना, मुस्तकीम, गुलफाम राना, इल्तेफाक राना और फुरकान राना के साथ अदालत पहुंचे। उनके वकील नकली सिंह त्यागी ने कोर्ट में उनकी खुदसुपुर्दगी के कागजात पेश किए। गिरफ्तारी के लिए दबिश देने का ड्रामा रचने वाली शहर की पुलिस सरेंडर के 20 मिनट बाद अदालत पहुंची। एमपी के वकील ने आबूरी ज़मानत की अर्जी देते हुए कहा कि पार्लियामेंट का सेशन चल रहा है और कई बिलों पर बहस होनी है।

एमपी आज कोर्ट में सेशन छोड़कर आए हैं। इसलिए जमानत दी जाए। सीजेएम केपी सिंह ने आबूरी जमानत खारिज करते हुए मुल्ज़िम को 14 दिन की अदालती हिरासत में जेल भेजने के हुक्म दिए। वकील नकली सिंह त्यागी ने बताया कि जमानत की दरखास्त पर बुध के रोज़ सुनवाई होगी। पुलिस कस्टडी में एमपी कोर्ट से बाहर आए और मीडिया से कन्नी काटते रहे।

एमपी पर शहर कोतवाली में 31 अगस्त को शहीद चौक पर भड़काऊ तकरीर देने का मामला दर्ज था और कोर्ट में पेश न होने पर सितंबर में गैर जमानती वारंट जारी कर दिए थे। इसके बाद भी हाजिर न होने पर मुल्ज़िम को दफा 82 के तहत कुर्की नोटिस जारी कर दिए।

पुलिस ने एमपी के रिहायशगाह पर नोटिस चस्पा भी करा दिया। पुलिस ने कई बार उनके रिहायशगाह पर गिरफ्तारी के लिए दबिश भी दी। हालांकि एमपी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की कोशिश ज़्यादा सख्त नहीं दिखी। देर रात जेल में एमपी को चक्कर आने के बाद उन्हें जिला अस्पताल लाया गया,जहां उनका ब्लड प्रेशर बढ़ जाने की वजह से मेरठ रेफर कर दिया गया। आमपी के जेल जाते ही बीमार होने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं रहीं।