सिद्धू और मैं सिर्फ़ राहुल गांधी के सिपाही हैं, उनका कहा ही मानेंगे- सिद्धू की पत्नी

भले की नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ उनकी ही पार्टी और उनके कैबिनेट के कई मंत्रियों ने मोर्चा खोल दिया है, लेकिन पत्नी नजजोत कौर जमकर अपने पति नवजोत सिंह सिद्धू के बचाव में मैदान में उतर आईं है।

पति का बचाव करते हुए नवजोत कौर ने कहा कि वो कि किसी सीएम या मंत्री नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी और उसके अध्यक्ष राहुल गांधी के सिपाही हैं।

नवजोत कौर का एक वीडियो सामने आया है जिसमें कहती दिख रही है कि सिद्धू मुख्यमंत्री अमरिंदर के नहीं, राहुल के सिपाही हैं। अपने पति सिद्धू के सुर में सुर मिलाते हुए नवजौत कौर सिद्धू ने यह भी कहा कि उनके पति कांग्रेस की नई पीढ़ी के नेताओं से वास्ता रखते हैं, जो सिर्फ और सिर्फ राहुल गांधी का कहा मानते हैं।

बताया जा रहा है कि सिद्धू और उनकी पत्नी की इस ‘अनुशासनहीनता’ की शिकायत कैप्टन अमरिंदर सिंह राहुल गांधी से कर सकते हैं। कैप्टन अपनी कैबिनेट से सिद्धू को हटाने की भी सिफारिश कर सकते हैं। पंजाब में कैबिनेट फेरबदल होने वाला है।

इस बाबत मुख्यमंत्री राहुल गांधी से चर्चा करने वाले हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 10 दिसंबर को चंडीगढ़ एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आने वाले हैं। इस दौरान संभव है सिद्धू का मसला उनके समक्ष उठे।

दूसरी ओर, कैप्टन वाले बयान पर सिद्धू बुरी तरह घिर गए हैं। उनके ही 10 साथी मंत्री कुर्सी लेने पर अड़ गए हैं। कैबिनेट की बैठक होने वाली है जिससे पहले रणनीति बनाने में कैप्टन जुट गए हैं।

सूत्रों के मुताबिक सिद्धू को कैबिनेट में रखना है या नहीं, मुख्यमंत्री रविवार को इस पर फैसला कर सकते हैं। वे मंत्रियों से सलाह मशविरा कर रहे हैं। मंत्री राजेंदर बाजवा ने कहा कि अगर कैप्टन को सिद्धू नेता नहीं मानते तो मंत्री पद से इस्तीफा दें।

आपको बता दें कि पिछले दिनों सिद्धू ने कहा था कि अमरिंदर उनके कैप्टन नहीं हैं। उनके इस बयान ने अमरिंदर खेमे को नाराज कर दिया है। जानकारी के मुताबिक तकरीबन 10 मंत्री सिद्धू के खिलाफ उतर गए हैं और उनका इस्तीफा मांग रहे हैं।

इनमें दो मंत्री ऐसे हैं जिन्होंने खुलेआम सिद्धू को इस्तीफा देने के लिए कहा है। इनमें एक राजेंदर बाजवा भी हैं। बाजवा ने कहा, ‘यह साफ है कि पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह ही हमारे नेता हैं। अगर सिद्धू इसे मंजूर नहीं करते हैं या उन्हें लगता है कि उनका कद कैप्टन से बड़ा है तो उन्हें कैबिनेट से इस्तीफा देना चाहिए।”

साभार- ‘न्यूज़ 24’