सिल्ली गोड़ी में डेंगू के मच्छरों की के स्थान की निगरानी ड्रोन से

कलकत्ता: पश्चिम बंगाल के सिल्ली गोड़ी म्यूनसिंपल कारपोरेशन ने मच्छरों की पैदाइश के स्थान की निगरानी  ड्रोन के ज़रिए करने का फ़ैसला किया है ।

इस ड्रोन को एक स्कूल के छात्र‌ ने बनाया है। ये ड्रोन ठहरे हुए पानी की तस्वीर लेकर मच्छरों का पता लगा सकता हैं। सिल्ली गोड़ी म्यूनसिंपल कारपोरेशन के मीर अशोक भट्टाचार्य ने कहा कि हम एक महीने के लिए इस ड्रोन को इस्तेमाल‌ करेंगे। अगर ये ड्रोन काम के उपयोग साबित हुआ तो इस का इस्तेमाल किया जाएगा।

छात्र‌ राजीव घोष जिसने ये ड्रोन बनाया है , ने सिल्ली गोड़ी में पिछले डेंगू की कई शिकायतें सामने आई थीं, कई इमारतों की निगरानी काफ़ी मुश्किल है और अब इस ड्रोन से कई मंज़िल इमारतों के छत‌ और अन्य‌ स्थानो पर जमे पानी की जांच की जा सकती है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 2017 में पश्चिम बंगाल में डेंगू से कुल 1278 लोग प्रभावित हुए थे जिसमें कई लोगों नार्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भरे हुए थे।