सिल्ली में मिड डे मील खाने से 22 बच्चे बीमार

सिल्ली के बूढ़ा बेहरा मिडिल स्कूल में मिड डे मिल खाने से 22 बच्चे बीमार हो गये। वाकिया जुमेरात की ही है। इल्ज़ाम है कि वाकिया को प्रिन्सिपल ने छुपाने की कोशिश की। इसकी इत्तिला किसी भी वालेदाईन को नहीं दी, न ही बच्चों का इलाज कराया। वालेदाईन ने बताया कि इत्तिला मिलने के बाद उन्होंने अपने सतह से बच्चों का इलाज करवाया। यही नहीं, स्कूल में जुमा को भी बच्चों को दिये गये खाना में कीड़ा निकला।

इस वक़्त कई वालेदाईन भी स्कूल में मौजूद थे

खाने के 15 मिनट बाद तबीयत बिगड़ी : जानकारी के मुताबिक, जुमेरात को मिड डे मील में करील (बांस) की सब्जी बनी थी। खाना खाने के 15 मिनट बाद बच्चों की तबीयत स्कूल में ही बिगड़ गयी। कई बच्चे उल्टियां करने लगे। कुछ बेहोश हो गये। करीब 22 बच्चों ने इसकी शिकायत की। बच्चे किसी तरह घर पहुंचे और वाकिया की जानकारी वालेदाईन को दी। इसके बाद उनका इलाज शुरू हो पाया।

लोगों ने बंद कराया खाना

जुमा को स्कूल खुलते ही दर्जनों लोग स्कूल पहुंचे। आनन-फानन में वालेदाईन ने स्कूल इंतेजामिया कमेटी, सरस्वती वाहिनी ओपेरेशन कमेटी और ग्राम तालिम कमेटी की मुश्तरका बैठक बुलायी। प्रिन्सिपल और संयोजिका की किरदार पर गौर हुआ। निज़ाम में बेहतरी लाने, असातेजा को वापस करने और माता कमेटी समेत स्कूल की तमाम कमेटियों का फिर से तशकील करने की मांग की गयी। बेहतरी नहीं होने तक मिड डे मिल बंद रखने का फैसला लिया गया। इस दरमियान जुमा को सातवीं क्लास के तालिबे इल्म दीपक महतो के खाना में कीड़ा निकल गया। उस वक़्त कई वालेदाईन भी स्कूल में मौजूद थे़ वालेदायन ने बताया कि घटिया चावल खिलाया जाता है। इसमें कीड़े रहते हैं। कई बार मुखालिफत किया गया, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।