अमेरिका ने वार्निंग दी है कि सीरिया में किमीयाई हथियारों के मामले में रूसी मुहिम को हमले में देरी की वजह नहीं बनाया जा सकता। अमेरिकी वज़ीर ए खारेजा जॉन केरी का कहना है कि मुहिम तेज़ और तस्दीक के काबिल होनी चाहिए। उन्होंने इंतेबाह दिया कि इसका अमल बहुत मुश्किल होगा।
इससे पहले सीरिया ने कहा था कि वो रूसी मुहिम के तहत किमीयाई हथियारों को बैनुल अकवामी के इख्तेयार में सौंपने को तैयार है। अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस इस मुद्दे पर अक्वाम मुत्तहदा में एक तजवीज पेश करना चाहते हैं लेकिन रूस ने पहले ही इसकी मुखालिफत किया हुआ है।
इस तजवीज के ज़रिए सीरिया से कहा जाएगा कि वो आवामी तौर पर ये ऐलान करे कि उसके किमीयाई हथियारों की एक मुहिम है। साथ ही उसे उन मुकामात का भी ऐलान करना होगा जहां ये हथियार रखे हुए हैं और इन्हें खत्म करना होगा।
ब्रितानी वज़ीर ए आज़म डेविड कैमरन का कहना है कि ये तजवीज इस तरह से तैयार किया गया था ताकि ये यकीन हो सके कि रूस की पेशकश एक चाल न बन सके।
उन्होंने कहा, “अगर ऐसा नहीं हुआ है तो हमें एक मुनासिब वक्त, अमल और नतीजा चाहिए।”
वहीं फ्रांस के वज़ीर ए खारेजा लॉरेंट फ़ेबियस ने मंगल के दिन रूस के वज़ीर ए खारेजा सरगेई लावरोव से बात की। लावरोव ने उन्हें बताया कि रूस इस तजवीज के फरीक में नहीं है।
अमेरिका का इल्ज़ाम है कि गुजश्ता 21 अगस्त को सीरिया फौज ने दारुल हुकूमत दमिश्क़ में किमीयाई हथियारों से हमला किया जिसमें 1,429 लोग मारे गए थे।
इससे पहले, फ्रांस के वज़ीर ए खारेजा लॉरेंट फेबियस ने कहा था कि फ्रांस United Nations Security Council में शाम ( Syria ) से मुताल्लिक एक नयी पेशकश लाएगा।
यह तजवीज ( पेशकश) सीरिया के किमीयाई हथियारों को बैनुलअकवामी की निगरानी में लाने के लिए लाया जा रहा है ताकि इन हथियारों को खत्म किया जा सके।
इस तजवीज में यह गुज़ारिश भी की जाएगी कि शाम के सभी किमीयाई हथियारों की पूरी तरह जांच की जाए।
पेरिस में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान फेबियस ने कहा कि इस मुहिम पर पहले भी चर्चा हुई थी लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में दबाव बढ़ने के बाद इसे आगे बढ़ाया जा रहा है।
——–बशुक्रिया: अमर उजाला