सुहराब केस में अमित शाह की बरा॔त बाइस तशवीश

नई दिल्ली

कांग्रेस का रद्द-ए-अमल – सी बी आई कि अपील के लिए मुताक़िब फ़ैसला

कांग्रेस ने सदर बी जे पी अमित शाह को सोहराबुद्दीन शेख फ़र्ज़ी अनकाउंटर हलाकत केस में ख़ुसूसी सी बी आई अदालत की जानिब से बरी कर दिए जाने को हैरान कुन और तशवीशनाक तबदीली क़रार दिया और इल्ज़ाम आइद किया कि मजबूर और बिलकुलिया साकित सी बी आई पर हुकूमत का दबाव‌ है।

दूसरी तरफ़ ख़ुद सी बी आई ने आज कहा कि वो ये फैसला बाद में करेगी कि आया मुंबई स्पेशल कोर्ट के हुक्मनामे के ख़िलाफ़ अपील दायर की जाये य नहीं। इस से क़बल वो 2005 की उनकाउंटर हलाकतों के ताल्लुक़ से अदालती हुक्मनामे का तफ़सीली जायज़ा लेगी । इस सवाल पर कि आया एजेंसी अपील दायर करनेवाली है , सी बी आई तर्जुमान ने यहां कहा कि पहले हम बाद वसूली हुक्मनामा पड़ेंगे और इस के बाद कोई मुनासिब मौक़िफ़ इख़तियार किया जाएगा।

मुंबई में आज सी बी आई की ख़ुसूसी अदालत ने अमित शाह को इस केस में बरी करदिया है । कांग्रेस ने ये याददहानी कराते हुए कि क़बल अज़ीं एक अदालती हुक्मनामा जारी किया गया था कि अमित शाह को गुजरात से दूर रखा जाना चाहिए क्योंकि वो तहकीकात पर असरअंदाज़ होसकते हैं , पार्टी तर्जुमान अजय‌ कुमार ने ताज्जुब ज़ाहिर किया कि यकायक आप को मालूम होता है कि इस मामले में बिलकुलिया बरअक्स तब्दीली आगई और यकायक उन्हें इल्ज़ामात मंसूबा से बरी करदिया जाता है। लिहाज़ा ये वाक़िया तशवीशनाक और अजीब-ओ-गरीब तब्दीली है।