नई दिल्ली: उत्तराखंड के साल 2013 के भयानक सेलाब में हज़ारों अफ़राद हलाक लाखों तबाह और फ़ाक़ाकशी कररहे थे लेकिन उस वक़्त राहत कारी केलिए तायनात सरकारी ओहदेदारों को होटल में टहरने एयरकंडीशन कमरों और गोश्त चिकन दूध और गुलाब जामुन से तवाज़ो की जा रही थी।
राहत कामों की निगरानी करने-ओ-अले इन ओहदेदारों पर होटल में क़ियाम के लिए रोज़ाना फी कस 7000 रुपये ख़र्च किए गए। उतर अखंड में हुई इस तरह के मुबय्यना बद उनवानियों और बे क़ाईदगियों की सी बी आई तहक़ीक़ात का मुतालिबा किया गया है। आर टी आई के ज़रिए पूछे गए सवालात की रोशनी में ये सच्चाई सामने आई है।