सोहा अली ख़ान की नई फ़िल्म मिस्टर जोभी करवा लो अनक़रीब रीलीज़ होरही है। उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह हर फ़िल्म की रीलीज़ के मौक़ा पर जैसे वो नर्वस रहती हैं, अब की बार भी ऐसा ही है।
जब उन से फ़िल्म के सब्जेक्ट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने तफ़सीलात बताने से इनकार करदिया और कहा कि इस तरह वो फ़िल्म की दिलचस्पी को बरक़रार रखना चाहती हैं। फ़िल्म में अरशद वारसी ने उनके साथ काम किया है। सोहा ने बताया कि भाई की फ़िल्म बुलेट राजा उन्हें पसंद नहीं आई और अगर वो इस का इज़हार भाई से कर देतीं तो यक़ीनन हम दोनों के दरमियान तू तू में में होजाती।
हम लोग बचपन में भी ऐसे ही थे। ज़रा ज़रा सी बात पर लड़ना। पापा और मम्मी अक्सर हमारे दरमियानी सा लस्सी के फ़राइज़ अंजाम देते थे। बोर्डिंग स्कूल में जाने के बाद भाई बहनों से दूरी का एहसास हुआ, बचपन का वो ज़माना याद आने लगा जिस की आज बेहद कमी महसूस होती है।
सैफ भैया भी उन गुज़रे हुए दिनों को याद करके कभी कभी जज़बाती होजाते हैं। बचपन का ज़माना हर एक इंसान केलिए अहमियत का हामिल होता है। बचपन की शरारतें, बचपन का लाड प्यार, बचपन के दोस्त वगैरह ये सब वो पहलू हैं जो जवानी में बाक़ी नहीं रहते। सैफ भाई से भी जब मुलाक़ात होती है तो हम बचपन का ज़िक्र करते हुए बेबो (करीना) को भी इसके बारे में बताते हैं।