सोनिया को नहीं, मेनका गांधी को राजनीति में लाना चाहती थी इंदिरा गांधी

नई दिल्ली: इंदिरा गांधी के पर्सनल डॉक्टर के पी माथुर ने अपनी नई किताब  ‘द अनसीन इंदिरा गांधी’ में एक गांधी परिवार को लेकर एक नया खुलासा किया है। जिससे पता चला है कि पुत्र संजय गांधी की मौत  के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी चाहती थीं कि उनकी छोटी बहू राजनीति में उनकी मदद करे क्यूंकि संजय की मौत के बाद उनका झुकाव मेनका की ओर भी हो गया था लेकिन  मेनका ऐसे लोगों के साथ थीं जो राजीव के विरोधी थे। लेकिन इंदिरा का झुकाव मेनका को उनके करीब नहीं ला पाया। सोनिया आम तौर पर घरेलू मामलो को ही देखती थी जबकि  मेनका राजनीतिक मामलों में इंदिरा गांधी के विचारों पर गौर करती थीं क्योंकि मेनका की राजनीतिक समझ अच्छी थी। किताब में दावा किया गया है कि संजय गांधी के निधन के कुछ ही साल बाद मेनका ने हालात से सामंजस्य बनाने के बजाय प्रधानमंत्री आवास छोड़ दिय।