सोशल मिडिया से हटेगा, उग्रवाद प्रचार-प्रसार वाली सामग्री

प्रमुख वैश्विक तकनीकी कंपनियों ने उग्रवाद को बढ़ावा देने वाली ऑनलाइन सामग्री के प्रचार-प्रसार को रोकने के संयुक्त तौर पर एक नया प्रोग्राम शुरु किया है. ये ट्विटर, फ़ेसबुक, यू ट्यूब और माइक्रोसॉफ्ट का प्रोग्राम है. जैसे ही ट्विटर, फ़ेसबुक, यू ट्यूब और माइक्रोसॉफ्ट किसी भी संदेहास्पद सामग्री की पहचान करेंगे, वो इसे एक विशेष डिजिटल सिग्नेचर यानी डिजिटल पहचान दे देगा.

इससे तुंरत ही एक चेतावनी जारी होगी और ये सभी कंपनी तेजी से ये जांच करेंगी कि उनकी फ़ीड या टाइमलाइन में कही ये आपत्तिजनक डाटा तो नहीं है, और यदि है तो उसे तत्काल डिलीट कर दें. ये प्रक्रिया पूरी तरह से ऑटोमेटिड नहीं होगी, ताकि कहीं ग़लती से पत्रकारों की ओर से प्रोमोट की गई सामग्री जिसमें हिंसक घटना रिपोर्ट की गई है, वो सामग्री डिलीट न हो जाए. इसी कड‍़ी में आईएस से जुड़े 1.25 लाख ट्विटर एकाउंटों पर रोक लगी है. अमेज़न ने भी हटाई इस्लामिक स्टेट की पत्रिका.