स्याही और अंडे फेंकना लोकतांत्रिक विरोध: हारदिक‌ पटेल

सूरत: आरक्षण आंदोलन समिति के संयोजक हारदिक‌ पटेल ने आज चेतावनी दी कि 31 जनवरी को गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा की युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष रतोज पटेल यहाँ रैली के दौरान उन पर स्याही फेंकी उन्होंने कहा स्याही फेंकने वाले उनके समर्थकों से मारपीट करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को अगर पकड़ा नहीं गया तो वह 9 फरवरी को पूना थाने का घेराव करेंगे।

देशद्रोह के मामले में जमानत की शर्त के अनुसार 6 महीने गुजरात के बाहर बिताने के बाद पिछले महीने लौटे हारदिक‌ आज लगातार तीसरे गुरुवार को यहां अपराध शाखा के कार्यालय में उपस्थित हुए। इसके बाद उन्होंने उक्त घटना में घायल अपने समर्थक विजय मांग से यहां समीमीर अस्पताल में मुलाकात भी की।

अपनी हिंसक आंदोलन के कारण सुर्खियों में रह चुके हारदिक‌ ने इस मौके पर पत्रकारों से कहा कि स्याही और अंडे फेंकना विरोध का लोकतांत्रिक तरीका है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पर भी स्याही फेंकने की घटनाएं हो चुकी हैं और संसद में चप्पलें उछाली जा चुकी हैं लेकिन ऐसा करने वालों को मारने का अधिकार किसी को नहीं है।

उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा पर बदमाशी वाली सरकार चलाने का आरोप भी लगाया। स्पष्ट रहे की भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में पिछले साल यहां एक कार्यक्रम में कुर्सिया उछालने की वजह से सुर्खियों में रहे विजय मांग ने हारदिक‌ के ही शहर वीरमगाम के रहने वाले भाजपा वाई एम के नए राष्ट्रपति रतोज पटेल पर स्याही फेंक दी थी। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर उसकी पिटाई की और उसे पुलिस के हवाले कर दिया था।