स्वतंत्रता पत्रकारिता के शोषण के खिलाफ केंद्र की चेतावनी

हैदराबाद 07 नवम्बर: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि पत्रकारिता और प्रतिक्रिया व्यक्त की स्वतंत्रता पर सरकार गंभीर है मगर उसका शोषण करने वालों के खिलाफ केंद्र सरकार सख्त इक़दामात भी करीगी विशेषकर मीडिया के कुछ गोशों से इज़हार-ए-ख़याल की स्वतंत्रता का शोषण कयाजारहाहे जो असहनीय है।

सालार जंग संग्रहालय में तेलंगाना संघ ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के अलावा तेलंगाना उर्दू एकेडेमी और मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी साझा आयोजित ओरियंटेशन कार्यक्रम को संबोधित के दौरान उन्होंने कहा कि पत्रकारिता विशेषकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बलातहक़ीक़ समाचार प्रकाशन के ज़रीये सनसनी फैलाने का काम कर रहा है, जबकि ऐसा करने से शहरों में इज़तिराब की स्थिति पैदा होती है हालांकि सनसनीखेज़ ख़बरों की इशाअत से क़बल उस की प्रामाणिकता पर शोध ज़रूरी है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सनसनी ख़ेज़ ख़बरों की प्रकाशन करने वाली संस्थाओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही से भी गुरेज़ नहीं करेगी। उन्होंने समाचार प्रकाशन में प्रिंट मीडिया का रोल की प्रशंसा की और कहा कि प्रिंट मीडिया में बलातहक़ीक़ समाचार प्रकाशन नहीं की जाती इसी वजह से प्रिंट मीडिया से काफी महत्व है।

नायडू ने उर्दू के बारे में कहा कि यह एक मीठा भाषा है जिसने स्वतंत्रता संग्राम में अहम रोल अदा किया है। उन्होंने स्वतंत्रता की जद्द-ओ-जहद में उर्दू और हिंदी ज़बान के सहयोग अविस्मरणीय बताया।

वेंकैया नायडू ने कहा कि कुछ लोग हैं जो भाषाई संस्कृति को धर्म से जोड़ने का काम करते हैं। नायडू ने कहा कि उर्दू दां तबक़े में मसलमानो के साथ ग़ैर मुसलमानों की भी बहुमत पाई जाती है।

उन्होंने कहा कि पत्रकार बिरादरी को ओरियंटेशन की जरूरत है इस तरह के कार्यक्रमों पत्रकारिता इक़दार में इज़ाफे़ का काम करेंगे। वेंकैया नायडू ने भारत की गंगाजमनी सभ्यता को अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि हमारे यहां आंध्र के एक स्थान पर एक प्राचीन दरगाह है जहां सभी मेरे परिवार वाले हाज़िरी देते हैं उसी तरह इस गांव के अलावा राज्य के अन्य जिलों से भी कई गैर मुस्लिम लोग इस दरगाह पर उपस्थिति देकर अपनी मनतें और मुरादें पूरी करते हैं।

उप मुख्यमंत्री तेलंगाना राज्य अल्हाज मुहम्मद महमुद आली ने समारोह को संबोधित करते हुए राज्य तेलंगाना में पत्रकारिता बर्दारी को दरपेश मसाइल को जंगी ख़ुतूत पर हल करने का वादा किया।