स्वामी अग्निवेश से मारपीट- BJP से जुड़े संगठन के 8 लोगों पर केस

देश के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्त्ता स्वामी अग्निवेश के साथ मंगलवार को हुई मारपीट मामले में पुलिस ने आठ लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की है. लेकिन इस मामले में अबतक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है.

जिन लोगों के नाम केस दर्ज किया गया है उनसें बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री अनंत तिवारी, बीजेपी युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रसन्ना मिश्रा, बीजेपी के जिला महामंत्री बलराम दुबे, पाकुड़ के जिला मंत्री गोपी दुबे, बजरंग दल के पिंटू मंडल, अशोक प्रसाद, शिव कुमार साहा और बादल मंडल के नाम शामिल हैं. ये सभी आरोपी बीजेपी, बजरंग दल और बीजेपी युवा मोर्चा से जुड़े हैं.

गौरतलब है कि झारखंड के पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा में स्वामी अग्निवेश के साथ भारतीय जनता युवा मोर्चा के लोगों ने उस समय मारपीट की थी जब वे पहाड़िया जनजाति की एक सभा को संबोधित करने होटल से निकले थे. यह सभा अखिल भारतीय आदिम जनजाति विकास समिति दामिन दिवस की 195वीं सालगिरह पर आयोजित की गई थी.

होटल में स्वामी अग्निवेश ने प्रेस को सम्बोधित किया था. दावा है कि स्वामी अग्निवेश के बयानों से नाराज कार्यकर्ताओं ने स्वामी अग्निवेश के होटल से बाहर निकलते ही उनपर हमला कर दिया.

क्या बोले स्वामी अग्निवेश आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में स्वामी अग्निवेश ने हमले के लिए सीधे तौर पर सूबे की रघुवर सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. स्वामी अग्निवेश ने कहा कि उनपर हुए हमले के पीछे बीजेपी और आरएसएस से जुड़े संगठनों के सदस्य थे. उन्होंने बताया कि सबकी पहचान और शिनाख्त हो गई है.

स्वामी ने बताया कि इस हमले के बाद प्रसन्ना मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार किया लेकिन उसे दो घंटे के बाद छोड़ दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि रघुवर सरकार प्रायोजित हमले करवा रही है. स्वामी ने कहा कि मेरी मांग आदिवासियों के लिए है कि पांचवीं अनुसूची ईमानदारी से लागू की जाए.

स्वामी ने कहा, ‘मैंने झारखंड आकर रघुवर दास से 16 तारीख को मिलने का समय मांगा था लेकिन मुझे नहीं मिला. रघुवर सरकार का काला चेहरा मैंने देख लिया है. पुलिस प्रशासन को लिखित सूचना के बाद भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए. ये हमला बिना किसी कारण के किया गया है.’ स्वामी अग्निवेश ने किसी सिटिंग जज से पूरे मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है.