हदीस शरीफ़

हज़रत अबदुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूलल्लाहो सल्लाहो अलैहि अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया अल्लाह ताला हुज्जाज के लिए हर रोज़ एक सौ बीस रहमतें नाज़िल करता है इन में से साठ तवाफ़ करने वालों केलिए लिखी जाती हैं, चालीस नमाज़ पढ़ने वालों के लिए और बीस उन के लिए लिखी जाती हैं जो सिर्फ काअबा को देखते रहते हैं । (बीक़ही )