हरियाणा में जाटों की हिंसक विरोध आंदोलन

चंडीगढ़: सरकार हरियाणा ने रोहतक में जाटों के आंदोलन आरक्षण के दौरान घटी हिंसा और आतिशज़नी घटनाओं सहित राज्य वित्त मंत्री कैप्टन अभमनी की स्थापना स्थल पर हमला सीबीआई जांच के लिए सिफारिश की है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विरोध आंदोलन के दौरान बड़े पैमाने पर सार्वजनिक संपत्ति को जमकर आगजनी और लूटपाट की घटनाओं सहित महानिरीक्षक पुलिस स्थापना स्थान, सरक्योट हाउज़, राज्य मंत्री के मकान और सरकारी इमारतों पर हमले की आपराधिक और राजनीतिक पहलू से जांच के लिए केंद्र से अनुरोध किया गया है।

शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में जांच की मांग पर रोहतक शहर जाट आंदोलन का केंद्र व स्रोत था। जिसके दौरान 30 लोगों की मौत और करोड़ों रुपये की संपत्ति को नष्ट और ताराज कर दिया गया था। प्रदर्शनकारियों ने कई एक सार्वजनिक और घरेलू भवनों सहित कैप्टन पैतृक मकान को नुकसान पहुंचाया था। जिस पर जबरदस्त आक्रोश की लहर पैदा हो गई थी। यहां तक कि 19 फरवरी को भीड़ ने राज्य मंत्री के घर में घुसकर परिवार के 9 सदस्यों को जीवित जलादेने की कोशिश की थी उस समय राज्य मंत्री चंडीगढ़ में थे।

उन्होंने कहा था कि मेरे परिवार के सफाया के लिए राजनीतिक साजिश की गई है। जिसमें बदमाशों और राजनीतिक विरोधियों शामिल हैं। उन्होंने केंद्रीय संस्था की ओर से जांच का स्वागत किया और कहा कि हर कोई सच्चाई जानना चाहता है ..