हरियाणा में जारी हुआ फरमान- 24 घंटे के अंदर कश्‍मीरी किराएदारों को निकालो !

पुलवामा हमले के बाद हरियाणा के अंबाला में एक पंचायत ने ग्रामीणों के लिए फरमान जारी किया है। कहा है कि सभी गांव वाले 24 घंटों के भीतर कश्मीरी किराएदारों को मकान से बाहर निकाल दें। ‘पीटीआई’ की रिपोर्ट में यह बात सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के हवाले से कही गई। वीडियो वायरल होने के बाद तकरीबन आधा दर्जन कश्मीरी छात्रों को एमएम विश्वविद्यालय के हॉस्टल में भेज दिया गया। हालांकि, केंद्र ने शनिवार (16 फरवरी, 2019) को सभी राज्यों से कहा है कि वे अपने यहां कश्मीरी लोगों व छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।

वीडियो में मुलाना गांव के सरपंच नरेश राणा ग्रामीणों से कश्मीरी किराएदारों को घर से बाहर निकालने की बात कह रहे थे। गांव के मुखिया ने आरोप लगाया कि कुछ कश्मीरी छात्र संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थे। बकौल सरपंच, “गांव वालों से कहा गया है कि वे कश्मीरी किराएदारों से मकान खाली करा लें…जो लोग ऐसा नहीं करेंगे, उन्हें गद्दार समझा जाएगा।”

मुलाना स्थित विवि के ट्रस्टी में से एक विशाल गर्ग ने कहा कि विवि के कुछ कश्मीरी छात्रों ने हॉस्टल में कमरों के लिए दरख्वास्त की थी। उनके रहने का उचित बंदोबस्त कर दिया गया है। इसी बीच, एसपी आस्था मोदी ने बताया- मामले की जांच की जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार, अंबाला जिले में लगभग 1200 कश्मीरी छात्र विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ते हैं, जबकि उनमें से 120 एमएम मुलाना विवि के छात्र हैं।

उधर, केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्य सरकारों को उनके यहां रह रहे जम्मू-कश्मीर के छात्रों और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा। देश के कुछ हिस्सों में इन्हें मिल रही धमकियों के मद्देनजर केंद्र सरकार ने यह परामर्श जारी किया है। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा सर्वदलीय बैठक में नेताओं को पुलवामा हमले के बाद कथित रूप से निशाने पर आए कश्मीरी छात्रों और लोगों की सुरक्षा को लेकर हर संभव उपाय करने का आश्वासन दिए जाने के कुछ घंटों बाद यह परार्मश जारी किया गया।

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि ऐसी खबरें हैं कि जम्मू कश्मीर के विद्यार्थियों और अन्य लोगों को धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने कहा, ‘गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा के लिए सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को आज परामर्श जारी किया।’’ उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पढ़ रहे कुछ कश्मीरी युवकों ने आरोप लगाया है कि उनके मकान मालिक पुलवामा हमले के बाद अपने घरों पर हमले की आशंका में उनसे मकान खाली करने को कह रहे हैं और उन्हे परेशान किया जा रहा है।