हरीश राव ग़रीबों के मसीहा

हैदराबाद 15 दिसंबर: तेलंगाना की सारी कैबिनेट में हरीश राव ने सार्वजनिक जीवन में अद्वितीय पहचान बनाई है। सार्वजनिक मुद्दों पर फोन किया जाए या वॉट्सऐप पर कोई इत्तेला दी जाए फ़ौरी रद्द-ए-अमल करते हुए गरीबों के मसीहा बन रहे हैं। जब भी जनता मुसीबत में रहते हैं राज्य मंत्री हरीश राव को याद करते हैं और हरीश राव भी फ़ौरी रद्द-ए-अमल करते हुए उन्हें याद करने वालों को किसी न किसी तरह मुतमइन करते हैं।

हरीश राव विधानसभा क्षेत्र सिद्दिपेट में नुमाइंदगी करते हैं उनकी अवामी मक़बूलियत का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब भी आम या ज़िमनी चुनाव हुए हैं हरीश राव की अक्सरीयत में वृद्धि हुई है। सिद्दिपेट की जनता पहले उन्हें सार्वजनिक टेलीफोन से बात करते हुए अपनी समस्याओं पेश करते है तो हरीश राव फ़ौरी रद्द-ए-अमल करते थे और संबंधित अधिकारियों से परामर्श करते हुए उन्हें हल करते हैं।

वॉट्सऐप आम होने के बाद हरीश राव को अगर किसी नागहानीकी घटना की जानकारी दी जाती है तो वह उस पर ध्यान देते हैं। जगत्याल आधी रात सड़क दुर्घटना की इत्तेला देने पर हरीश राव ने जिला कलेक्टर और अस्पताल के अधीक्षक से टेलीफोन पर बात करते हुए घायलों के इलाज पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। दूसरे दिन नगरपालिका अध्यक्ष ने क्षेत्र अस्पताल पहुंचकर घायलों की अयादत की और साथ ही इसकी इत्तेला हरीश राव को भी दी है।

विधानसभा क्षेत्र सिद्दिपेट का ऐसा कोई गांव नहीं है जहां समस्याओं से वाक़फ़ीयत के लिए हरीश राव ने शब बिसरी न की हो, वह अपने क्षेत्र के अधिकांश लोगों को नाम से जानते हैं। उर्दू में भी बात कर रहे लोगों की समस्याओं और उनकी भावनाओं को महसूस करते हैं। चीफ मिनिस्टर केसीआर हरीश राव पर भरपूर विश्वास करते हैं और हरीश राव भी मुख्यमंत्री के विश्वास पर खरा उतरते हैं।