हसूले इक्तदार के लिए इस्मत रेज़ि का घिनावना जुर्म भी करवाया जा सकता है:आज़म ख़ां

लखनऊ 03 अगस्त: समाजवादी पार्टी के सीनीयर लीडर और उत्तरप्रदेश के वज़ीर शहरी तरकियात मुहम्मद आज़म ख़ां ने ये कहते हुए तनाज़ा छेड़ दिया कि बुलंदशहर में क़ौमी शाहराह पर पेश आया इजतेमाई इस्मत रेज़ि का वाक़िया हुक्मराँ जमात के ख़िलाफ़ सियासी साज़िश का नतीजा है जिस पर हरीफ़ जमातों ने इज़हार मज़म्मत किया है।

आज़म ख़ां ने बुलंदशहर में पिछ्ले हफ़्ते एक 13 साला लड़की और इस की वालिदा की डाकूओं की तरफ से इस्मत रेज़ि के वाक़िये को समाजवादी पार्टी हुकूमत को रुसवा-ए-करने की कोशिश क़रार दिया है जोकि आइन्दा मुनाक़िदा होने वाले असेंबली चुनाव में बरसर-ए-इक़तिदार आने के ख़ाहिशमंद हैं।

उन्होंने रामपूर में कहा था कि ये तहक़ीक़ात करवाई जाये कि इस्मत रेज़ि का वाक़िये के पस-ए-पर्दा मुख़ालिफ़ नज़रियात के अनासिर कारफ़रमा हैं या फिर हुकूमत को रुसवा करने के लिए इक़तिदार के लालची लोगों ने ये घिनावना जुर्म कर दिया है।

समाजी मीडिया में पेश करदा एक वीडीयो में आज़म ख़ान को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि जब लोग सियासी मुफ़ादात के लिए क़त्ल-ओ-ख़ून करवा सकते हैं और वोटों की ख़ातिर गुजरात और मुज़फ़्फ़रनगर जैसे वाक़ियात पेश आसकते हैं , श्यामली और कैरीना जैसे हालात पैदा किए जा सकते हैं तो सिर्फ 2 इस्मत रीज़यां कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन हक़ायक़ का पता चलाना अहम बात है।
बज़ाहिर वो, साबिक़ में पेश आए फ़िर्कावाराना तशद्दुद का हवाला दे रहे थे। आज़म ख़ां के बयान पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए बीजेपी ने कहा है कि उन्होंने तमाम हदों को पार कर लिया है।

आज़म ख़ां ने कहा हुकूमत उत्तरप्रदेश के ख़िलाफ़ मीडिया पर हट धर्मी बरतने का इल्ज़ाम आइद किया और बताया कि दिल्ली में एक लड़की की इस्मत रेज़ि के बाद ज़िंदा जला दिया गया लेकिन मीडिया ख़ामोश रहा जबकि हुकूमत उत्तरप्रदेश के ख़िलाफ़ वावेला किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हम पिछ्ले 25 साल से सियासत में है क्या हमें इस तरह के वाक़ियात पर फ़िक्रमंदी और तशवीश नहीं है। उन्होंने यकीन दिया कि मुजरिमीन को पकड़कर बहुत जल्द इन्साफ़ के कटहरे में खड़ा किया जाएगा।