हस्सास मालूमात facebook और whatsapp पर शाय ना करने की हिदायत

नई दिल्ली: मर्कज़ी विज़ारत-ए-दाख़िला ने मर्कज़ी नीय‌म फ़ौजी फ़ौरीस जैसे सी आर पी एफ़ और बी एस एफ़ को हिदायत दी है कि हस्सास मालूमात का अपने शख़्सीfacebook सफ़ा या whatsapp पर इन्किशाफ़ ना करें और ना सोशल मीडिया पर तस्वीरें शाय करें। ताज़ा-तरीन हिदायतनामा मर्कज़ी विज़ारत-ए-दाख़िला की जानिब से उन इत्तेलात के बाद जारी किया गया है कि निय‌म फ़ौजी फ़ोर्स के फ़ौजीयों ने बाज़ सरगर्म बग़ैर पायलेट की फ़िज़ाई गाडियों की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया सफ़हात पर शाय की है।

ये ड्रोन तय्यारे छत्तीसगढ़ के नक्सलाइटस ज़ेर-ए-असर इस्तेमाल किए जा रहे हैं। उनका एक वसी बीड़ा और दीगर दिफ़ाई हिक्मत अमलीयाँ क़ौमी टकनीकल तहक़ीक़ तंज़ीम की जानिब से हाल ही में रियासत की सयान्ती अफ़्वाज को मुंतक़िल की गई हैं ताकि इंसिदाद नक्सलाइटस कार्यवाईयों को मूसिर बनाया जा सके।

ज़राए के बमूजब सुराग़ रसां महिकमों ने इस बात का पता चलाकर मर्कज़ी हुकूमत दाख़िला को इत्तेला दी थी जिसकी बुनियाद पर फ़ौज और इस के कमांडरस को सयान्ती ख़िलाफ़वरज़ी और ग़ैर ज़िम्मेदाराना रवैय्ये पर मर्कज़ी विज़ारत-ए-दाख़िला की जानिब से सरज़निश का निशाना बनाया गया है।