हां…मैंने फर्जी एनकाउंटर में मारे दर्जनों युवक

अमृतसर:  आतंकवाद के दौर में पंजाब पुलिस द्वारा बेकसूर युवाओं को फर्जी एनकाउंटर में मारने के आरोप तो अक्सर लगाये जाते रहे हैं लेकिन रविवार को तरनतारन में तैनात एक सब इंस्पेक्टर ने खुद फर्जी एन्काउंटरों में दर्जनों बेकसूर युवकों को मारने का खुलासा कर सनसनी फैला दिया है.

एक तरनतारन में तैनात इस सब इंस्पेक्टर ने दैनिक जागरण अखबार को 23 फर्जी एनकाउंटरों की लिस्ट भी सोंपी है साथ ही सीबीआई जाँच की मांग करते हुए खुद व परिवार के लिए सुरक्षा की गुहार लगाई है. इस सब इंस्पेक्टर ने यह भी आरोप लगाया है कि 7 सितम्बर 2012 को हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद उसे रेगुलर नहीं किया जा रहा. जब इन्साफ के लिए शनिवार को वह एस एस तरनतारन के पास पहुंचा तो उसे पुलिस से सरेआम पिटवाया गया.

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अमृतसर के थाना अजनाला के गाँव मुहार निवासी सब इंस्पेक्टर सुरजीत सिंह ने रविवार को मानव अधिकार संगठन सीनियर नेता किरपाल सिंह रंधावा की मौजूदगी में खुद को खुद को एन्काउंटर स्पेशलिस्ट होने का दावा करते हुए बताया कि 1989 व् 1990 के बीच उससे करीब 23 फर्जी एनकाउंटर करवाए गये. जिसमें दर्जनों युवाओं की जान चली गई. अब उसको रेगुलर नहीं किया जा रहा.

सुरजीत ने आगे कहा कि जब शनिवार को लुधियाना के कमिश्नर के कहने पर तरनतारन के एसएसपी को मिलने गया तो उसकी बात सुनने के बजाये उसक सरेआम पुलिस से पिटवाया गया साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी गई, तरनतारन के एसएसपी रंजित सिंह से इस बारे में संम्पर्क किया गया तो उन्होंने अपना मोबाईल रिसीव नहीं किया उनकी रिहाइश पर मिलने की कोशिश की गई लेकिन उनसे नहीं मिलाया गया.

मानव अधिकार संगठन के सीनियर नेता अधिकारी किरपाल सिंह रंधावा ने कहा कि सुरजीत सिंह से फर्जी एनकाउंटर करवाने के मामले की सीबीआई से जाँच का लिए पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की जायेगी. उम्मीद है कि हाईकोर्ट में इंसाफ जरुर मिलेगा.