वन्डे सीरीज़ में फ़ास्ट और उछाल लेती गेंदों के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद करनेवाली हिंदुस्तानी टीम आज यहां साउथ अफ़्रीक़ा अंवीटीशनल इलेवन के ख़िलाफ़ शुरू होने वाले दो रोज़ा प्रेक्टिस मुक़ाबला में एक नई शुरूआत केलिए कोशिश होंगी।
ये मुक़ाबला जोहांसबर्ग से 30 किलोमीटर दूर मज़ाफ़ाती इलाक़ा में सहारा वीलोमोर पार्क में खेला जा रहा है और ये एक ग़ैर मुस्लिमा दो रोज़ा मैच है जहां हिंदुस्तानी टीम उम्मीद कररही है कि बैटिंग की प्रैक्टिस का मौक़ा मिलेगा। अब जब कि ये मुक़ाबला ग़ैर मुस्लिमा है तो बैटस्मेनों केलिए ये सहूलत दस्तयाब रहेगी कि वो बैटिंग से रज़ाकाराना तौर पर दस्तबरदारी इख़तियार करसकते हैं क्योंकि जब उन्हें महसूस होगा कि बैटिंग की बेहतर प्रैक्टिस करली गई है अब लिहाज़ा दूसरे खिलाड़ी को मौक़ा मिलना चाहिए।
हिंदुस्तानी ओपनर्स शिखर धवन और रोहित शर्मा के इलावा वीराट कोहली के साथ टेस्ट के माहिर बैटस्मेन चतेश्वर पुजारा उम्मीद कररहे हैं कि 18 दिसम्बर को जुनूबी अफ़्रीक़ा के ख़िलाफ़ शुरू होने वाले पहले टेस्ट से क़बल यहां बेहतर बैटिंग का मौक़ा मिलेगा। मुरली विजय और चतेश्वर पुजारा के इलावा सचिन तेंदुलकर की सबकदोशी के बाद खाली चौथे मुक़ाम पर बैटिंग करने वाले अहम खिलाड़ी के इंतिख़ाब के लिए भी ये मुक़ाबला एहमियत का हामिल होगा।
हिंदुस्तानी टीम अगर 7 मख़सूस बैटस्मेनों की पालिसी इख़तियार करती है तो फिर अम्बाटी रायडू और अजिंक्या राहने के दरमयान सख़्त मुसाबक़त रहेगी और उन्हें जुनूबी अफ़्रीक़ा के दूसरे दर्जा के बौलिंग शोबा के ख़िलाफ़ बैटिंग प्रैक्टिस का मौक़ा मिलेगा। बौलिंग शोबा में ज़हीर ख़ान मुहम्मद समी और इशांत शर्मा भी इस मुक़ाबला से फ़ायदा उठाने की कोशिश होंगी।