हिंदूस्तान और पाकिस्तान एक दूसरे की ख़ुशी और ग़म में शामिल होकर आगे बढे : गिलानी

लाहौर 16 नवंबर (पी टी आई) पाकिस्तान के वज़ीर-ए-आज़म यूसुफ़ रज़ा गिलानी ने आज कहा कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी मुल्क हिंदूस्तान के साथ तमाम मसाइल को मुज़ाकरात के ज़रीया हल करने का ख़ाहिशमंद है और ये दोनों ममालिक एक दूसरे के शाना बह शाना आगे बढ़ते हुए एक दूसरे की ख़ुशी और ग़म शामिल रहॆ।

मिस्टर यूसुफ़ रज़ा गिलानी आज यहां सुख यात्रियों के एक इजतिमा से ख़िताब कर रहे थी, उन्हों ने कहा कि हम चाहते हींका हमारे पड़ोसी हिंदूस्तान के साथ तमाम मसाइल बातचीत के ज़रीया हल करलिए जाएं। इस इलाक़ा में जब अमन क़ायम होजाएगा तो जुनूबी एशीया सारा इलाक़ा ग़रीबी, बीमारी , नाइंसाफ़ी और नाख़्वान्दगी जैसे मसाइब से नजात पा सकता है।

उन्हों ने गुरु नानक जयंती तक़ारीब में शिरकत केलिए पहुंचने वाले हिंदूस्तानी सुख यात्रियों से मज़ीद कहा कि पाकिस्तानी वज़ारत तिजारत ने हिंदूस्तान को इंतिहाई पसंदीदा मलिक का मौक़िफ़ देने केलिए बातचीत का अमल शुरू करदिया है और हिंदूस्तान में दोनों ममालिक के मोतमिद यन तिजारत की बातचीत जारी है।

मिस्टर गिलानी ने रेमार्क किया कि मालदीप में मुनाक़िद सार्क चोटी कान्फ़्रैंस के मौक़ा पर हिंदूस्तानी वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह से बहुत अच्छी और इंतिहाई कामयाब मुलाक़ात हुई है। हम ने इस बात से इत्तिफ़ाक़ किया कि तमाम मसाइल का हल मुज़ाकरात में मुज़म्मिर है।

मिस्टर गिलानी ने सिखों और मुस्लमानों को पंजाबी तहज़ीब के हक़ीक़ी वारिस क़रार देते हुए कहा कि पंजाब के दोनों हिस्सों के अवाम मुशतर्का मादरी ज़बान , मुशतर्का गीतों , मुशतर्का पेशों , मुशतर्का लिबास और बैसाखी जैसे मुशतर्का तहवार का क़ीमती असासा रखते हैं।पंजाबी मुआशरा में पड़ोसी अपने अज़ीज़ों से भी अज़ीज़ होते हैं और वो एक दूसरे के ग़म और ख़ुशी में बराबर के शरीक रहते हैं।हिंदूस्तान और पाकिस्तान को भी ऐसा ही रोल अदा करना चाहीयॆ।