हिंदूस्तान बैटिंग विकेट पर नाकाम, प्रथ में क्या हाल होगा

सिडनी, ०८ जनवरी (पी टी आई) ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कोच मुक्की आर्थर ने प्रथ में खेले जाने वाले हिंद। आस्ट्रेलिया तीसरे टेस्ट के मुताल्लिक़ कहा कि वाक़ा की विकेट फ़ास्ट बोलरों के लिए काफ़ी साज़गार होगी जहां उछाल काफ़ी होगा और इस तरह की विकेट पर हिंदूस्तानी टीम का मुज़ाहरा कैसा होगा ये देखने के काबिल मौज़ू है क्योंकि दूसरे टेस्ट के लिए उन्हें जो विकेट दस्तयाब हुई थी वो बैटिंग के लिए साज़गार थी लेकिन इस विकेट पर भी हिंदूस्तानी बैटस्मैन नाकाम रही।

एक प्रैस कान्फ़्रैंस से यहां ख़िताब करते हुए मेज़बान टीम के कोच आर्थर ने कहा कि एडीलेड और सिडनी की विकेट बर्र-ए-सग़ीर की विकटों की तरह होती हैं लेकिन यहां खेले गए दोसरटसट के पहले दिन हिंदूस्तानी टीम फ़ासट बौलिंग का सामना ना कर सकी जबकि माबाक़ी तीन दिनों में ये विकेट बैटिंग के लिए साज़गार थी जिस के बावजूद हिंदूस्तानी टीम की बैटिंग मायूसकुन रही जबकि तीसरे टेस्ट के लिए प्रथ की विकेट उछाल, तेज़ रफ़्तार और सवोइंग के लिए मशहूर है तो इस तरह की विकेट पर मेहमान टीम हालात का किस तरह सामना कर पाएगी ये दिलचस्प मौज़ू होगा।

याद रहे कि हिंदूस्तान को 4 टेस्ट मुक़ाबलों की सीरीज़ के इबतिदाई 2 टसट मुक़ाबलों में बिलतर्तीब 122 और दूसरे टसट में एक इन्निंग और 68 रन की शिकस्त हुई है और आस्ट्रेलिया में पहली मर्तबा टेस्ट सीरीज़ जीतने का इस का ख़ाब पूरा ना हो सका क्योंकि इन नाकामियों के बाद आस्ट्रेलिया को सीरीज़ में नाक़ाबिल-ए-शिकस्त 2-0 की सबक़त हासिल हो चुकी है।

नीज़ तीसरा टेस्ट 13 ता 17 जनवरी प्रथ और चौथा टेस्ट एडीलेड में 24 से 28 जनवरी खेला जाएगा। हिंदूस्तानी टीम जो कि चंद बड़े नामों पर मुश्तमिल है लेकिन अहम मौक़े पर ये बड़े नाम नाकाम हो रहै है।

इस ख़सूस में आर्थर ने कहा है कि हिंदूस्तानी टीम में चंद बड़े नामों के इलावा बासलाहीयत नौजवान खिलाड़ी भी शामिल हैं। लेकिन मेहमान टीम का एक अहम मसला इन बड़े नामों के साथ नौजवान खिलाड़ियों का एक इकाई के तौर पर मुज़ाहरा ना करना है, चूँकि जब एक खिलाड़ी बेहतर मुज़ाहरा करता है तो दीगर साथी खिलाड़ियों की जानिब से मायूसी होती है।

कभी किसी खिलाड़ी ने बेहतर मुज़ाहरा किया तो दूसरी मर्तबा कोई दूसरा खिलाड़ी बाज़ी मारता है लेकिन मजमूई तौर पर मुतअद्दिद खिलाड़ियों के बेहतर मुज़ाहिरे एक साथ नहीं होती। उन्हों ने मज़ीद कहा कि हिंदूस्तानी टीम आलमी चैंपियंस है और हालिया अर्से में टेस्ट क्रिकेट में भी इस ने नंबर एक मुक़ाम हासिल किया है और मैंने ये भी कभी नहीं कहा कि वो इन्फ़िरादी खिलाड़ियों की टीम है।

इस टीम में बेहतरीन खिलाड़ी हैं लेकिन वो एक इकाई के तौर पर मुज़ाहरा करने में नाकाम हैं। हिंदूस्तानी टीम के इलावा आर्थर ने अपने हम मंसब हिंदूस्तानी कूच डंकन फ़्लेचर को एक बासलाहीयत कूच क़रार देते हुए कहा कि फ़्लेचर सिडनी की शिकस्त को आसानी से क़बूल करने वाले कोच नहीं हैं।

फ़्लेचर खेल को मैदान के अंदर और मैदान के बाहर दोनों समतों से बेहतर समझते हैं लिहाज़ा मुझे यक़ीन है कि वो प्रथ में बेहतर और मूसिर हिक्मत-ए-अमली के साथ मैदान सँभालेंगी।

रिकी पोंटिंग, माईकल क्लार्क और माईक हसी की जानिब से दबाव में बेहतर सैंचरीयाँ स्कोर करते हुए ख़ुद पर की जाने वाली तन्क़ीदों के मुसबत जवाब के बाद आर्थर ने इन अफ़राद की सताइश की और तन्क़ीदों की ज़द में हनूज़ मौजूद नौजवान बैटस्मैन शान मार्श की हिमायत की और कहा कि मार्श एक बासलाहीयत खिलाड़ी है जिन्होंने आस्ट्रेलिया के लिए ढेर सारे रंज़ स्कोर किए हैं। मार्श का नाक़िस फ़ाम आरिज़ी है जबकि उन की सलाहीयत मुस्तक़िल है।

मार्श को सिर्फ 25 मिनट या फिर 20 गेंदों का सामना करने विकेट पर टहरना है जिस के बाद रंज़ ख़ुदबख़ुद बनेंगी।