हिंदूस्तान, बैन-उल-अक़वामी और इलाक़ाई सतह पर मोस्सर रोल अदा करने तैय्यार

पाकिस्तान-ओ-अफ़्ग़ानिस्तान केसाथ में फ़्री ट्रेड ज़ोन , ईरानी गैस पाइपलाइन केलिए मुज़ाकरात, आलिम अरब के हालात पर नज़र, मनमोहन सिंह की मुख़्तलिफ़ सरबरहान-ए-ममलकत से मुलाक़ात होगी
ज़हीरउद्दीन अली ख़ां
फ़्रैंकफ़र्ट । 21 सितंबर । हिंदूस्तान आलमी सतह पर मोस्सर-ओ-कलीदी रोल अदा करने केलिए तैय्यार है। वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह की अक़वाम-ए-मुत्तहिदा जनरल असैंबली की 66 वीं सैशन में शिरकत इस लिहाज़ से नुमायां एहमीयत की हामिल हीका इस दौरा के मौक़ा पर हमागीर मौज़ूआत का अहाता किया जाएगा। अक़वाम-ए-मुत्तहिदा जैसे आलमी इदारा को मज़ीद फ़आल बनाने केलिए जहां इस्लाहात की मुहिम शिद्दत के साथ जारी है वहीं हिंदूस्तान ने बैन-उल-अक़वामी सतह पर अपने मोस्सर रोल के इलावा इलाक़ाई अमन-ओ-इस्तिहकाम को यक़ीनी बनाने की कोशिशें भी शुरू करदी हैं। बावसूक़ ज़राए ने ये इन्किशाफ़ किया हीका हिंदूस्तान की जानिब से अफ़्ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के साथ तिजारती रवाबित को बेहतर बनाने की कोशिशें जारी हैं। हिंदूस्तान चाहता हीका इस इलाक़ा को फ़्री ट्रेड ज़ोन में तबदील करदिया जाय, जिस से सभी फ़रीक़ैन को फ़ायदा हासिल होगा। अफ़्ग़ानिस्तान में अमन कौंसल के सरबराह बुरहान उद्दीन रब्बानी की हलाकत के माबाद वाक़िया का हिंदूस्तान ने नोट लिया है। ताहम ये वाज़िह करदिया गया कि अफ़्ग़ानिस्तान के साथ बाहमी रवाबित पर इस का कोई असर नहीं पड़ेगा। हिंदूस्तान का ये एहसास हीका अफ़्ग़ानिस्तान में आज भी ख़ौफ़-ओ-दहश्त का माहौल पाया जाता है। इमकान हीका वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह जनरल असैंबली इजलास के मौक़ा पर सदर अफ़्ग़ानिस्तान हामिद करज़ई से मुलाक़ात करेंगे। इस मौक़ा पर ये वाज़िह किया जाएगा कि बुरहान उद्दीन रब्बानी के अमन मिशन को जारी रखना ही उन्हें हक़ीक़ी ख़राज होगा। हिंदूस्तानी हुक्काम ने ये वाज़िह किया हीका ईरान के साथ बराह पाकिस्तान गैस पाइपलाइन में उसे ग़ैरमामूली दिलचस्पी है। हिंदूस्तान को दरअसल इस अहम पराजकट की सलामती और साथ ही साथ क़ीमत के ताय्युन के बारे में तशवीश लाहक़ है। मनमोहन सिंह की सदर ईरान महमूद अहमदी नज़ाद से मुलाक़ात का इमकान है और इस मौक़ा पर गैस पाइपलाइन पराजकट ये बातचीत भी हुई। इस पराजकट पर 30 बिलीयन डॉलर्स की लागत आएगी। ज़राए के मुताबिक़ ईरान पर तहदीदात की वजह से हिंदूस्तान ने गुज़शता एक साल के दौरान उसे तेल के इव्ज़ रुकमी अदायगी भी नहीं की इस के बावजूद ईरान ने क़दीम तहज़ीबी-ओ-सक़ाफ़्ती रवाबित को मल्हूज़ रखते हुए जो दोस्ती निभाई इस पर हिंदूस्तान बेहद ममनून है। अरब ममालिक में जारी इन्क़िलाब और बड़े पैमाने पर होने वाली तबदीलीयों पर भी हिंदूस्तान क़रीबी नज़र रखे हुए है। ज़राए ने वाज़िह किया कि इस मुआमला में हिंदूस्तान का अपना मुनफ़रद नुक़्ता-ए-नज़र है। अमरीका के इस ख़ित्ता पर असरात से हिंदूस्तानी बिलकुल मुतास्सिर नहीं। इस के इलावा हुक्काम ने ये वाज़िह किया हीका हम अपने मुफ़ादात को मल्हूज़ रखते हुए कोई भी फ़ैसला करेंगे। उन्हों ने कहा कि पाकिस्तान के न्यूक्लीयर पराजकट के मुआमला में हिंदूस्तान कोई मुदाख़िलत नहीं करेगा। अगर अमरीका की जानिब से मुदाख़िलत की जाती है तो भी उसे कोई परवाह नहीं। हिंदूस्तान में सियोल न्यूक्लीयर पराजकटस को लाहक़ ख़दशात को भी मुस्तर्द करदिया गया। हुक्काम ने वाज़िह किया कि टामलनाडो मैं मुजव्वज़ा न्यूक्लीयर पराजकट के ख़िलाफ़ जो अवामी एहतिजाज किया जा रहा है। इस के तमाम पहलूओं का जायज़ा लिया जाएगा। उन्हों ने कहा कि फ़ो को शीमा सानिहा के बाद अवाम में न्यूक्लीयर पराजकटस के ताल्लुक़ से तशवीश पाई जाती है और हम उन की तशवीश दूर करते हुए पराजकटस की आजलाना तकमील को यक़ीनी बनाएंगे। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह अपने दौरा के मौक़ा पर मुतअद्दिद सरबरहान-ए-ममलकत से भी मुलाक़ात करेंगे। उन्हों ने वाज़िह किया कि चीन के साथ भी हिंदूस्तान का कोई तनाज़ा नहीं है। अंदरून-ए-मुल्क नकसलाईटस मसला का ज़िक्र करते हुए वाज़िह किया गया कि नकसलाईटस के साथ बातचीत के ज़रीया उन्हें क़ौमी धारे में शामिल किया जाएगा। मनमोहन सिंह नई दिल्ली से रवानगी के बाद आज फ़्रैंकफ़र्ट पहुंचे जहां शब बसरी करेंगे और कल सुबह न्यूयार्क केलिए रवाना होजाएंगे