‘हिंदू आतंकवादी वाले बयान पर कमल हासन की जीभ काट दी जानी चाहिए’, तमिलनाडु के मंत्री

कमल हासन के नाथूराम गोडसे पर दिए गए बयान के बाद सियासत गर्मा गई है. तमिलनाडु के मंत्री केटी राजेंथरा भालाजी ने कहा कि उनकी जुबान काट लेनी चाहिए.

भालाजी पहले भी अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरे रहे हैं. भालाजी ने कमल हासन के बयान “उनकी जीभ काट दी जानी चाहिए.” पर अपनी प्रतिक्रिया दी.  भालाजी ने हासन के राजनीतिक संगठन मक्कल नीडि मय्यम पर प्रतिबंध लगाने और अभिनेता-राजनेता के खिलाफ चुनाव आयोग की कार्रवाई की मांग की है.

क्या कहा मंत्री जी ने
तमिलनाडु दूध और डेयरी विकास राज्य मंत्री ने कहा कि न तो चरमपंथ का कोई धर्म है, न हिंदू और न ही मुस्लिम और न ही ईसाई. उन्होंने कहा, ‘वह अल्पसंख्यक मतों को साधने के लिए इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं. आप विष क्यों उगल रहे हैं. हासन का हर शब्द विष है. हासन की पार्टी जो हिंसा की बुवाई कर रही है, उस पर रोक लगाई जानी चाहिए और चुनाव आयोग को उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.”

अरावाकुरूची में चुनाव प्रचार के दौरान कहा
गौरतलब है कि तमिलनाडु के अरावाकुरूची में चुनाव प्रचार के दौरान हासन ने कहा कि भारत का पहला अतिवादी हिंदू ही था. उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत का पहला अतिवादी हिंदू था जिसका नाम नाथूराम गोड़से था.

अतिवादी कहा था हासन ने
30 जनवरी 1948 को नाथूराम ने दिल्ली में महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. कमल हासन ने अपना बयान तमिल में दिया है. समाचार एजेंसी एएनआई ने इसे ‘आतंकवादी’ लिखा है, जबकि कई लोगों ने कहा है कि कमल हासन उसे अतिवादी बता रहे थे.

कमल हासन ने गांधी जी की प्रतिमा के आगे कहा
समाचार एजेंसी के मुताबिक हासन ने कहा कि – मैं ये इसलिए नहीं बोल रहा हूं क्योंकि यहां काफी मुस्लिम हैं. ये बात मैं यहां महात्मा गांधी प्रतिमा के सामने कह रहा हूं. स्वतंत्र भारत का पहला आतंकवादी हिंदू है, उसका नाम है- नाथूराम गोडसे.

विवेक ओबरॉय का ट्वीट
बॉलीवुड फिल्म अभिनेता विवेक ओबरॉय ने ट्वीट किया, “प्रिय कमल सर, आप एक महान कलाकार हैं. जैसे कला का कोई धर्म नहीं होता, वैसे ही आतंक का भी कोई धर्म नहीं होता! आप कह सकते हैं कि गोडसे एक आतंकवादी था, लेकिन आपने हिंदू शब्द क्यों लगयाा? क्या इसलिए कि आप वोटों की तलाश में मुस्लिम बहुल इलाके में थे?”