हिंद। चीन। अमरीका मुस्तहकम ताआल्लुक़ात की तजवीज़

वाशिंगटन। 10 अक्टूबर (पी टी आई)। वज़ीर-ए-ख़ारजा अमरीका हलारी क्लिन्टन ने आज हिंदूस्तान, चीन और अमरीका के दरमयान ताक़तवर और मुसबत ताआल्लुक़ात की तजवीज़ पेश की। उन्हों ने हिंदूस्तान पर सिर्फ मशरिक़ को मर्कज़ निगाह बनाने के बजाय मशरिक़ को तमाम उमूर में शामिल करनी के लिए ज़ोर देते हुए उमीद ज़ाहिर की कि हिंदूस्तान की क़ियादत ना सिर्फ जुनूबी और वसती एशीया बल्कि एशयाए कोचक के मुसबत मुस्तक़बिल की सूरत गिरी में मदद करेगी। अमरीका के एक नए अंदाज़ फ़िक्र का ख़ाका पेश करते हुए हलारी क्लिन्टन ने कहा कि अमरीका हिंदूस्तान, अमरीका और चीन के दरमयान मुस्तहकम तामीरी ताआल्लुक़ात के क़ियाम का पाबंद है। अमरीका जानता है कि ये आसान नहीं होगा। कई अहम मुआमलात हैं जिन पर हम सब मुत्तफ़िक़ नहीं हैं, लेकिन मुशतर्का मुफ़ादात पर मबनी कई शोबे भी हैं। क़तई नतीजा यही बरामद होता है कि अगर हम इक्कीसवीं सदी के इंतिहाई ज़रूरी मसाइल हल या उन का इंतिज़ाम और उन की यकसूई चाहते हैं तो हिंदूस्तान, चीन और अमरीका को बाहमी मुशतर्का तआवुन पर मबनी कोशिश करनी होगी। वज़ीर-ए-ख़ारजा अमरीका ने हिंद। अमरीका ताआल्लुक़ात , आलमी उमूर में हिंदूस्तान के किरदार और दहश्तगर्दी से निमटने में पाकिस्तान के रवैय्या की बिना पर पाकिस्तान से अमरीका की कशीदगी के बारे में सवालात के जवाब दिये। अमरीका। पाकिस्तान कशीदगी के दौरान नरम रवैय्या इख़तियार करने के बारे में क्लिन्टन ने कहा कि अमरीका, पाकिस्तान के साथ देरीना ताआल्लुक़ात से गहिरी वाबस्तगी रखता है, बावजूद इसके कि बाअज़ औक़ात पेचीदगियां और चयालनजस पैदा होजाते हैं। दीगर ममालिक से हिंदूस्तान के ताआल्लुक़ात की सताइश करते हुए क्लिन्टन ने कहा कि इस सिलसिला में ख़ुशहाल और महफ़ूज़ अफ़्ग़ानिस्तान की तामीर केलिए दो अरब अमरीकी डालर मालियती मदद अफ़्ग़ानिस्तान को फ़राहम की है। हिंदूस्तान और अमरीका वसीअ तर मसाइल बिशमोल इलाक़ाई सयानत, तरक़्क़ी और काबुल तजदीद तवानाई पर पेशरफ़त कररहे हैं। हलारी क्लिन्टन ने कहा कि ज़्यादा से ज़्यादा अमरीकी कंपनीयों को हिंदूस्तान में सरमाया कारी की तरग़ीब मिल रही है। इन का मुलक भी हिंदूस्तान की सरमाया कारी का ख़ौरमक़दम कररहा है, जिस से मुलाज़मत के मवाक़े फ़राहम करने में मदद मिल रही है।