हिंद ,चीन ताल्लुक़ात में नई जान पैदा होने की चीन को तवक़्क़ो

बीजिंग। 13 दिसमबर (पी टी आई) चीन ने आज उम्मीद ज़ाहिर की कि हिंद । चीन फ़ौजी ताल्लुक़ात और तआवुन में नई जान पैदा होने की तवक़्क़ो है।

वज़ारत-ए-ख़ारजा चीन के तर्जुमान लियो वीमन ने एक प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए कहा कि उम्मीद है कि दोनों ममालिक का तआवुन नई दिल्ली में हालिया आला सतही दिफ़ाई मुज़ाकरात के बाद मज़ीदइज़ाफ़ा होजाएगा। 9 दिसमबर को दिफ़ाई मुज़ाकरात सरहदी मुज़ाकरात के पंद्रहवीं मरहले के बाद चीन की जानिब से नई दिल्ली में बुद्धिस्ट कान्फ़्रैंस में दलाईलामा की मौजूदगी पर एतराज़ की वजह से मुल्तवी करदिए गए थे ।

दोनों ममालिक ने दिफ़ाई मुज़ाकरात के नताइज पर आला सतही तबादला-ए-ख़्याल किया और चीन ने उम्मीद ज़ाहिर की कि दोनोंममालिक की जानिब से मुशतर्का बुनियादों में तौसीअ, अमली फ़ौजी तआवुन में इज़ाफ़ाऔर इस में नई जान पैदा की जाएगी। दिफ़ाई मुज़ाकरात में मोतमिद दिफ़ा हिंदूस्तान शशी कांत शर्मा और पीपल्ज़ लिबरेशन आर्मी के नायब सरबराह जनरल माझ़यान टियाँ ने शिरकत की थी। ये मुज़ाकरात 9 डसमबर को नई दिल्ली में हुइ थी। लियो ने कहा कि दोनों ममालिक की दुनिया की दो अज़ीम और वसीअ तरीन तरक़्क़ी पज़ीर मईशतें हैं। दोनों का मुफ़ाद मुश्तर्क है। इस लिए उन्हें इलाक़ाई अमन, इस्तिहकाम, मआशी और समाजीतरक़्क़ी पर तवज्जा मर्कूज़ करनी चाहिये।

गुज़श्ता माह के अवाख़िर में मुशीर क़ौमीसलामती शिव शंकर मेनन और चीन के सीनीयर सिफ़ारत कार डाई बनगो ने 28 और 29 नवंबर को मुक़र्रर मुज़ाकरात मुल्तवी करदि थी।