हिन्दुस्तान की आज़ादी के लिए मुसल‌मानों की क़ुर्बानियां नाक़ाबिल फ़रामोश

गुलबर्ग 19 अगस्त: हिन्दुस्तान में आज़ादी की जद्द-ओ-जहद हिंदू और मुसल‌मानों ने मिलकर की है जिसकी बदौलत आज हमको आज़ादी नसीब हुई।इन ख़्यालात का इज़हार स्वामी सदा शैव जी सदर क़त्ल बसवेशोर सख्शना समीती सेड़म ने किया वो कल एन जी ओ भवन सेड़म में जमीयत-ए-उलमा शाख़ सेड़म की तरफ से मुनाक़िदा जलसा बउनवान तहिरीक-ए-आज़ादी और तामीरो वतन में मुसल‌मानों का किरदार में बहैसीयत मेहमान-ए-ख़ोसूसी शिरकत करते हुए ख़िताब करते हुए किया।

सदारत मौलाना मुफ़्ती मुहम्मद इफ़्तिख़ार अहमद क़ासिमी सदर जमीयत-ए-उलमा कर्नाटक-ओ-नाज़िम मुदर्रिसा तालीम उल-क़ुरआन बैंगलौर ने की,मेहमान-ए-ख़ोसूसी की हैसियत से मौलाना ग़ियास अहमद रशादी सदर सफ़ा चैरिटेबल एजूकेशन ऐंड वेलफेयर ट्रस्ट इंडिया (हैदराबाद) ,मुअज़्ज़िज़ महमाना शरण प्रकाश पाटल वज़ीर तिब्बी तालीम हुकूमत कर्नाटक ,श्री बसूराज पाटल सेड़म रुकन राज्य सभा ,मौलाना शरीफ़ अहमद मज़हरी नायब सदर जमीयत-ए-उलमा कर्नाटक (गुलबर्गा),मौलाना अबदुलवहीद सदर शहरी जमीयत-ए-उलमा गुलबर्गा ने शिरकत की।