हिन्दुस्तान में खेलने को तय्यार लेकिन गारंटी चाहिए : अफ़रीदी

shaahid

 

ताजुर्बाकार पाकिस्तानी  आल-राउंडर शाहिद अफ़रीदी ने कहा कि पाकिस्तान हिन्दुस्तान में खेलने जा सकता है लेकिन सिर्फ़ तब जबकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को हिन्दुस्तानी क्रिकेट बोर्ड (बी सी सी आई) से लिखित में गारंटी मिले .
“हम हिन्दुस्तान जाके खेलने को तय्यार हैं लेकिन मैं पीसीबी सदर शहरयार खान की उस बात की हिमायत करता हूँ जिसमें उन्होंने खा है कि हिन्दुस्तानी बोर्ड लिखित में गारंटी दे” अफ़रीदी ने कहा .
उन्होंने ये बात उन मीडिया रिपोर्ट्स के बाद कहीं जिसमें हिन्दुस्तानी बोर्ड इस साल दिसम्बर में एक सीरीज पाकिस्तान के साथ करना चाहता है, आमदनी में दोनों मुल्कों के बोर्ड की आधी आधी हिस्सेदारी होगी
बी सी सी आई ने कल ये साफ़ किया कि वो पाकिस्तान या मुत्तहिदा अरब एमिरात में ना हो के हिन्दुस्तान ही में हो .
“मुझे याद है आखिरी बार हम 2012-13 में हिन्दुस्तान गए थे , उन्होंने (बी सी सी आई ) ने करोडो रूपये कमाए और हमें कुछ नहीं मिला ” अफ़रीदी ने जीओ सुपर चैनल से कहा.
“लेकिन इस बार अगर हिन्दुस्तानी बोर्ड ये लिखित में दे कि अगर सीरीज हिन्दुस्तान में होगी तो वो पकिस्तान को भी आमदनी में हिस्सा देंगे तब ये हो सकता है ” उन्होंने कहा .
उन्होंने कह कि हिन्दुस्तान-पाकिस्तान के क्रिकेट रिशों में सुधार होना चाहिए और पीसीबी अपनी तरफ़ से पूरी कोशिश कर भी रहा है, ये बी सी सी आई है जो मुआमले में देरी कर रही है
अफ़रीदी जो कि पकिस्तान की टी-20 टीम के कप्तान भी हैं, उन्होंने साफ़ किया कि उन्हें कोई दुःख नहीं है कि उन्होंने वर्ल्ड कप के बाद एक रोज़ा क्रिकेट से अलविदा कह दिया .
“मुझे कोई अफ़सोस नहीं है क्यूंकि मैनें अपना फैसला सही वक़्त पे किया . मुझे नहीं लगता कि किसी को ये सलाह देनी चाहिए कि अगर वो किसी फॉर्मेट में ना भी ख़ुश हो तो भी खेलता रहे “उन्होंने आगे कहा
अफ़रीदी ने ये भी कहा कि हालांकि वो अभी टी-20 खेल रहे हैं लेकिन जिस वक़्त उन्हें लगेगा के उन्हें मज़ा नहीं आ रहा, वो इस फॉर्मेट से भी अलविदा ले लेंगे
“मैं कभी भी टीम के ऊपर बोझ नहीं बनना चाहता, ये वो तरीक़ा नहीं है जिस तरह मैने ज़िन्दगी भर क्रिकेट खेली है “