हिफ़्ज़ क़ुरआन दुनिया में कामयाबी और आख़िरत में शफ़ाअत का ज़ामिन

हैदराबाद। २९अप्रैल। (प्रैस नोट) क़ुरआन मजीद की तिलावत और तहफ़ीज़ दुनिया मेंसुर्ख़रूई अता करती है और आख़िरत में शफ़ाअत की ज़ामिन होती ही। हुफ़्फ़ाज़ किराम अल्लाह ताला के महबूब बंदे होते हैं और वो वालदैन ख़ुशनसीब हैं जिन के बच्चों के सीनों में क़ुरआन मजीद महफ़ूज़ ही। इन ख़्यालात का इज़हार डाक्टर मुहम्मद यूसुफ़ आज़म चेयरमैन अज़ान इंटरनैशनल स्कूलस ने किया।

आज वो स्कूल हज़ा से हिफ़्ज़ क़ुरआनमुकम्मल करने वाले नौवीं जमात के तालिब-ए-इल्म सलमान मुही उद्दीन को तहनियत की पीशकशी के बाद तलबा-ए-और असातिज़ा से मुख़ातब थी। डाक्टर यूसुफ़ आज़म ने कहा कि ये दिन उन के लिए ज़िंदगी का सब से यादगार दिन ही आज उन के देरीना ख़ाब शर्मिंदा ताबीर हुए हैं। उन्हों ने असरी और इस्लामी तालीम के इमतिज़ाज से जिस तर्ज़ तालीम को रोशनास करने की हिम्मत की थी अल्लाह के फ़ज़ल-ओ-करम से इस का नतीजा सामने आया है जबकि सलमान मुही उद्दीन ने माडर्न एज्यूकेशन के साथ साथ क़ुरआन मजीद काहिफ़्ज़ मुकम्मल किया।

इंशाअल्लाह कई और तलबा-ए-बहुत जल्द हिफ़्ज़ क़ुरआन मुकम्मल कर लेगे। उन्होंने सलमान के वालदैन को मुबारकबाद पेश की जिन की शख़्सी दिलचस्पी के बगै़र ये मुम्किन ना था। मौलाना साद क़ासिमी सदर शोबा इस्लामीयात ने हिफ़्ज़ क़ुरआन और हाफ़िज़-ए-क़ुरआन की एहमीयत-ओ-इफ़ादीयत पर रोशनी डाली।

उन्हों ने बताया कि अल्लाह ताली ने अपनी आख़िरी आसमानी किताब की हिफ़ाज़त का वाअदा किया ही। हर दौर में इस्लाम दुश्मन ताक़तें मुतहर्रिक रहें मगर मुस्लमानों ने हालात का मुक़ाबला करते हुए क़ुरआन मजीद की तहफ़ीज़ भी की और इस की तालीमात को आम भी किया।

सोवीयत यूनीयन के ज़वाल से पहले अज़ान और तिलावत क़ुरआन मजीद पर पाबंदी आइद की गई थी ताहम वहां के मुस्लमानों ने सख़्त सब्र आज़मा हालात में भी क़ुरआन को हिफ़्ज़ किया। उन्हों ने कहा कि क़ुरआन मजीद को मुकम्मल याद करने वाले को हाफ़िज़-ए-क़ुरआन और इस के माअनों-ओ-मफ़ाहीम को याद करने वाले को आलम कहते हैं।

मौलाना इबराहीम ने जिन की निगरानी में सलमान मुही उद्दीन ने हिफ़्ज़ की तकमील की इस कमसिन तालिब-ए-इल्म की सताइश की और बताया कि सख़्त मेहनत के साथ उन्हों ने हिफ़्ज़ मुकम्मल किया है। इस के इलावा इस तालिब-ए-इल्म को उन्हों ने संत नबवी सिल्ली अल्लाह अलैहि वसल्लम का मुकम्मल पाबंद पाया।

सलमान के वालदैन ने भी इस मौक़ा पर ख़िताब किया और अल्लाह रब अलाज़त की बारगाह में शुक्र अदा किया कि अल्लाह ताला ने उन के फ़र्ज़ंद को हाफ़िज़-ए-क़ुरआन बनाया। स्कूल की प्रिन्सिप‌ल मुहतरमा प्रवीण ने मुबारकबाद पेश की इस मौक़ा पर डाक्टर नय्यर आज़म भी मौजूद थी।