हूसी बाग़ीयों से जंग, ईरानी तौसीई अज़ाइम के ख़िलाफ़ – यमनी सदर

यमन के जिलावतन सदर मंसूर हादी ने कहा है कि सऊदी अरब की क़ियादत में बैनुल अक़वामी अस्करी इत्तिहाद उनके वतन में हूसी शीया बाग़ीयों के ख़िलाफ़ जो जंग लड़ रहा है, उस का मक़सद खित्ते में ईरान के तौसीई अज़ाइम की रोक थाम है।

अफ़्रीक़ी मुल्क सूडान के दारुल हकूमत से इतवार तीस अगस्त को मौसूला न्यूज़ एजेंसी ए एफ़ पी की रिपोर्टों के मुताबिक़ ख़ाना जंगी की शिकार अरब रियासत यमन के कई महीनों से सऊदी अरब में जिलावतनी की ज़िंदगी गुज़ारने वाले सदर मंसूर हादी ने ये बात हफ़्ते की रात ख़ुरतूम में कही।

वो सूडान के एक मुख़्तसर दौरे के दौरान अपने मुक़ामी हम मन्सब उमर हसन अल बशीर के साथ एक मुशतर्का प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब कर रहे थे। सूडान माज़ी में अफ़्रीक़ा का एक ऐसा मुल्क़ समझा जाता था, जो ईरान के क़रीब तसव्वुर किया जाता था।

लेकिन इस साल अप्रैल में यमन के हूसी शीया बाग़ीयों के ख़िलाफ़ सऊदी अरब की क़ियादत में जो अस्करी इत्तिहाद क़ायम किया गया था, उस में शमूलीयत के बाद से सूडान और सऊदी अरब एक दूसरे के अस्करी हलीफ़ बन चुके हैं।