हैदराबादी रुबात में 600 आज़मीन के इंतेज़ामात

हैदराबाद 17 सितंबर: मक्का मुकर्रमा में नाज़िर रुबात हुसैन मुहम्मद शरीफ की तरफ से 600 आज़मीने हज्ज के क़ियाम और तआम के इंतेज़ामात किए गए हैं। रुबात की मौजूदा इमारत के अलावा मज़ीद दो इमारतें किराये पर हासिल करते हुए आज़मीने हज्ज के क़ियाम का इंतेज़ाम किया गया।

रुबात की मौजूदा इमारत में गुंजाइश सिर्फ 262 अफ़राद की है लेकिन डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली और एडीटर सियासत ज़ाहिद अली ख़ान की कोशिश पर नाज़िर रुबात ने 600 अफ़राद के क़ियाम के इंतेज़ामात किए। ये पहला मौक़ा है के जब रुबात मैं किस क़दर ज़ाइद आज़मीन के लिए क़ियाम के इंतेज़ामात किए गए। नाज़िर रुबात ने पहली मर्तबा तमाम आज़मीन के लिए मुफ़्त तीन वक़्त के खाने का इंतेज़ाम किया।

ज़मीन को दो वक़्त चाय भी सरबराह की जा रही है। रुबात में मुक़ीम आज़मीन ने इंतेज़ामात पर इतमीनान का इज़हार किया और कहा कि नाज़िर की तरफ से उनकी तमाम जरूरतों का ख़्याल रखा जा रहा है। क़ियाम-ओ-तआम के अलावा लांडरी की मुफ़्त सहूलत फ़राहम की गई है।

नाज़िर रुबात ने आइन्दा साल एक हज़ार आज़मीन-ए-हज्ज के क़ियाम के इंतेज़ामात का तयक़्क़ुन दिया है। उन्होंने बताया कि रुबात की तीन इमारतों में रोज़ाना 600 आज़मीन को तीन वक़्त के खाने की सरबराही की वो ख़ुद शख़्सी तौर पर निगरानी कर रहे हैं। 35 दिन तक आज़मीन के लिए मुफ़्त खाने की सहूलत बरक़रार रहेंगी।

रोज़ाना तीन वक़्त के खाने के हिसाब से 1800 अफ़राद के तआम के इंतेज़ामात किए जा रहे हैं । खाने में हैदराबादी पकवान और मयार पर तवज्जा दी जा रही है। नाज़िर रुबात ने बताया कि 35 दिन में तक़रीबन 60 हज़ार अफ़राद के हिसाब से तीन वक़्त के खाने का इंतेज़ाम किया जाएगा।

उन्होंने आज़मीने हज्ज से अपील की के वो ख़ुसूसी दुआओं में उन्हें याद रखें और आसिफ़ सामण नवाब मीर बरकत अली ख़ान की दराज़ी उम्र की दुआ करें।